जस्टिस देवन रामचंद्रन सुनवाई ने कहा- ऐसा रहा तो अगली पीढ़ी में एथलीट ही नहीं बचेंगे, क्यों भड़क गया केरल हाई कोर्ट

 तिरुवनंतपुरम

केरल हाईकोर्ट ने समाज में खिलाड़ियों की जरूरत पर बात की है। अदालत का कहना है कि सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर ही नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की भी जरूरत है। उच्च न्यायालय हैंडबॉल खिलाड़ी की याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें इलाज के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की गई थी। याचिका पर जस्टिस देवन रामचंद्रन सुनवाई कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'अब खिलाड़ियों को संरक्षित किए जाने की जरूरत है…। हमें सिर्फ डॉक्टर, वकील, इंजीनियर आदि नहीं चाहिए। हमें अच्छे खिलाड़ियों की भी जरूरत है।' याचिका दायर करने वाली खिलाड़ी मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं। उन्होंने अदालत के सामने लिगामेंट चोट के इलाज के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की थी।

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, जस्टिस रामचंद्रन को बताया गया कि खिलाड़ी अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर हो गई, क्योंकि उसके पास सर्जरी के लिए रुपये नहीं थे। कोर्ट को यह भी बताया गया कि खिलाड़ी के अनुरोध पर अब तक केरल स्पोर्ट्स काउंसिल की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।

मामले की गंभीरता के मद्देनजर अदालत ने संबंधित पदाधिकारियों से 3 नवंबर यानी शुक्रवार तक जवाब पेश करने के लिए कहा है। अदालत ने आदेश जारी करने को बेहद जरूरी बताया और कहा 'अगर याचिकाकर्ता को आज जरूरी मदद नहीं मिली, तो शायद हमारा देश एक अच्छा खिलाड़ी खो देगा। केरल सरकार को भी इस बात को ध्यान में रखना चाहिए।' इस मामले में अदालत ने कन्नूर डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स काउंसिल और केरल हैंडबॉल एसोसिएशन भी जवाब मांगा है।

 

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