मध्य प्रदेश में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी

भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षा सात फरवरी से शुरू होना है। नकल रोकने की कोशिशों में इस बार माशिमं नई शुरुआत करने जा रहा है। पहली बार बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में होगी। इसके लिए माशिमं चुने हुए 200 केंद्रों पर प्रत्येक कक्ष में कैमरे लगवाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि अभी तक उन स्कूलों को प्राथमिकता से परीक्षा केंद्र बनाया जाता रहा है, जहां सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था हो। लेकिन प्रदेश में ऐसे स्कूलों की संख्या बेहद कम है। ऐसे में मंडल ने खुद सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी की है। यह कैमरे किराए के होंगे, जिन्हें परीक्षा से पहले लगाया जाएगा और परीक्षा खत्म होने के बाद हटा लिया जाएगा।इसके लिए निविदा प्रक्रिया जल्दी ही शुरू होगी। इसके बाद ही स्पष्ट होगा कि 200 स्कूलों में कैमरा लगवाने पर कितना खर्च आता है। संवदेनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर सीसीटीवी अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। जिन स्कूलों में कैमरे चालू हालत में नहीं होंगे, वहां इन्हें चालू करवाया जाएगा। इस बार वीडियो रिकार्डिंग की व्यवस्था भी की जाएगी।
माशिमं के भोपाल स्थित मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनेगा, जहां सभी केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज लाइव दिखेंगे। यानी कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी कैमरों के जरिए प्रत्येक परीक्षा कक्ष को उसी समय देख पाएंगे। फिलहाल इस साल यह व्यवस्था प्रायोगिक तौर पर होगी। प्रयोग सफल रहा, तो अगले वर्ष से सभी केंद्र सीसीटीवी निगरानी के दायरे में होंगे। बोर्ड परीक्षा में हर साल करीब चार हजार केंद्र बनाए जाते हैं। इस साल यहां 18 लाख परीक्षार्थी बैठने वाले हैं।
परीक्षा केंद्रों की चयन प्रक्रिया शुरू
इस बीच परीक्षा केंद्र तय करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। मंडल ने सभी कलेक्टरों को केंद्र चिह्नित करने को निर्देशित किया गया है। कहा गया है कि उन स्कूलों को प्राथमिकता के आधार पर केंद्र बनाया जाए, जहां शौचालय, फर्नीचर, बिजली, पानी, कंप्यूटर, प्रिंटर जैसी सुविधा हो।