सिर्फ नगर निगम की वोटर लिस्ट में जुड़ते रहेंगे नाम:एसआईआर सर्वे होने तक मतदाता सूची में नए नाम न जुड़ेंगे, न हटेंगे

प्रदेशभर में मतदाता सूची में अब नए मतदाताओं के नाम नहीं जोड़े जाएंगे। पुराने मतदाताओं के नाम भी जांच पूरी होने तक नहीं हटाए जाएंगे। यह फैसला स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) सर्वे के चलते लिया गया है। मतदाता सूची के सत्यापन और उसे अपडेट करने के लिए किया जा रहा सर्वे पूरा होने के बाद ही अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। घर-घर जाकर ले रहे जानकारी- जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि कई बार शिकायतें आती थीं कि कुछ पात्र मतदाताओं के नाम सूची में नहीं जुड़ते और कई मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम अब भी बने रहते हैं।
सर्वे में घर-घर जाकर जानकारी जुटाई जाएगी और उसका मिलान बूथ स्तर पर उपलब्ध रिकॉर्ड से करेंगे। नगर निगम क्षेत्र की वोटर लिस्ट पर लागू नहीं- नगर निगम क्षेत्र की वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी। यानी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदाता सूची में नाम जोड़ा या सुधार करवाया जा सकेगा। लेकिन विधानसभा या लोकसभा से जुड़ी मुख्य मतदाता सूची में बदलाव नहीं होगा।
सर्वे में 2 महीने लगेंगे
अधिकारियों ने बताया कि एसआईआर सर्वे पूरा होने में करीब दो महीने का समय लग सकता है। उसके बाद मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन से पहले दोबारा दावा-आपत्ति की प्रक्रिया कराई जाएगी। सर्वे के पूरा होने के बाद ही नई और संशोधित मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।