22 सितंबर का इंतजार नहीं… आइसक्रीम से लेकर शैंपू तक अभी से मिलने लगे सस्ते, कंपनियां भर रहीं दुकानें

नई दिल्ली: सिर्फ दो दिनों की बात है। इसके बाद काफी चीजें सस्ती कीमत पर मिलनी शुरू हो जाएंगी। दरअसल, सरकार ने जीएसटी दरों में बदलाव किया है। ये बदलाव सोमवार यानी 22 सितंबर से लागू हो जाएंगे। हालांकि काफी चीजों में बदलाव अभी से दिखाई देने लगे हैं। आइसक्रीम से लेकर शैंपू समेत कई चीजें अभी से सस्ती कीमत पर मिलने लगी हैं। कंपनियां और दुकानदार चाहते हैं कि लोग आखिरी समय में खरीदारी के लिए न भागें। वे चाहते हैं कि लोग खुश होकर सामान खरीदें।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि जीएसटी में बदलाव से 12% टैक्स वाले 99% सामान अब 5% टैक्स में आ जाएंगे। इसमें मक्खन, पनीर, मिठाई और नमकीन जैसे सामान शामिल हैं। बिस्कुट, आइसक्रीम, साबुन और टूथपेस्ट जैसी कई चीजों पर भी टैक्स 18% से घटकर 5% हो जाएगा। नई दरें सोमवार से लागू होंगी, लेकिन कंपनियां अभी से ही कम टैक्स वाले सामान दुकानों पर भेज रही हैं। वे टैक्स में होने वाले नुकसान को खुद ही झेल रही हैं।

काफी चीजों के दाम हुए कम

प्रोक्टर एंड गैम्बल (P&G), हिंदुस्तान यूनिलीवर, लॉरियल, ITC और ब्रिटानिया जैसी कंपनियों ने अखबारों और सोशल मीडिया पर नए दामों की घोषणा कर दी है। P&G ने हेड एंड शोल्डर्स और पैंटीन शैंपू, पैम्पर्स डायपर, जिलेट शेविंग क्रीम, ओल्ड स्पाइस डिओडोरेंट और विक्स वेपोरब के दाम घटा दिए हैं। HUL ने डोव और क्लिनिक शैंपू, ब्रू कॉफी, किसान जैम और लक्स और लाइफबॉय साबुन के दाम कम कर दिए हैं। दिल्ली-NCR के एक डिस्ट्रीब्यूटर ने बताया कि कम दामों वाले पैक दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। खासकर बड़े पैक तो वीकेंड पर ही खरीदे जा सकते हैं।

नए जीएसटी पर बन रहे बिल

बास्किन रॉबिन्स के मालिक, ग्रेविस फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ एग्जीक्यूटिव मोहित खट्टर ने कहा कि बास्किन रॉबिन्स के सभी बिल अब 5% जीएसटी पर बन रहे हैं। बास्किन रॉबिन्स ने अपनी दुकानों पर डिजिटल स्क्रीन और प्राइस लिस्ट लगा दी हैं। इन पर नए दाम लिखे हुए हैं। इससे ग्राहकों को आसानी से पता चल जाएगा कि कौन सी चीज कितने की है।

दुकानों पर पहुंचने लगे कम कीमत वाले पैक

ग्रोसरी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों ने भी कम दाम वाले सामान दुकानों पर भेजना शुरू कर दिया है। एक पर्सनल केयर कंपनी के बड़े अधिकारी ने बताया कि उनके कुछ बड़े पैक कम दामों पर दुकानों में दिखने लगे हैं। वे इसे और भी तेजी से करेंगे ताकि 22 सितंबर की सुबह तक उनके सामान कम दामों पर दुकानों में मिलें। उन्होंने कहा कि ये सामान नई जीएसटी दरों पर भेजे जा रहे हैं। वे टैक्स में होने वाले नुकसान को कुछ हद तक खुद ही झेलने को तैयार हैं।

ई-कॉमर्स कंपनियों ने भी कसी कमर

जल्दी सामान पहुंचाने वाली और ई-कॉमर्स कंपनियों ने भी पहले फायदा उठाने के लिए सेल और डिस्काउंट शुरू कर दिए हैं। स्विगी इंस्टामार्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव अमितेश झा ने कहा कि वे शनिवार से ही ‘जीएसटी बचत’ शुरू कर रहे हैं। वे कई सामानों पर डिस्काउंट दे रहे हैं। अमेजन नाउ भी ‘25,000 रुपये की सालाना बचत’ कैंपेन चला रहा है। इस पर रोजमर्रा के सामान पर कैशबैक मिल रहा है।

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