NPS, ट्रेन टिकट बुकिंग, छोटी बचत पर ब्याज… 1 अक्टूबर से बदल जाएंगे ये 10 नियम, देखिए पूरी लिस्ट

बुधवार 1 अक्टूबर से लोगों को कई जरूरी वित्तीय बदलावों का सामना करना पड़ेगा, जो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालेंगे। बैंकिंग चार्जेस और पेंशन नियमों में बदलाव से लेकर रेलवे टिकट के नियम और स्पीड पोस्ट के बढ़े हुए खर्च तक ये अपडेट्स कई तरह के हैं। आइए, जानते हैं कि क्या-क्या बदल रहा है।
NPS में बदलाव
नैशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में 1 अक्टूबर से बड़े बदलाव होने वाले हैं। अब गैर-सरकारी सेक्टर के NPS सब्सक्राइबर एक ही स्कीम में 100% तक इक्विटी में निवेश कर सकेंगे। हालांकि इससे रिटर्न का रिस्क बढ़ सकता है। यह पूरी तरह से निवेशकों पर निर्भर करेगा कि उन्हें 100 फीसदी पैसा मार्केट में लगाना है या नहीं। इसी तरह निवेशकों को एमएसएफ (मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क) के तहत PRAN Number दिया जाएगा, जिसमें वे अलग-अलग स्कीम मैनेज कर सकते हैं।
इंडेक्स ऑप्शन पर नया नियम
बाजार नियामक सेबी की ओर से जारी इक्विटी इंडेक्स डेरिवेटिव्स में इंट्राडे पॉजिशन की निगरानी का नया फ्रेमवर्क 1 अक्टूबर से प्रभावी होगा इसका मकसद बड़े एक्सपोजर से होने वाले जोखिमों को रोकना है। सीधे शब्दों में कहें तो, सेबी का नया नियम ट्रेडिंग के दौरान व्यक्तिगत संस्थाओं द्वारा रखी गई बड़ी ट्रेडिंग पॉजिशन की निगरानी करेगा।
भारत आना आसान
1 अक्टूबर से विदेशियों के लिए भारत आना आसान हो जाएगा। उन्हें इमिग्रेशन काउंटर पर लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ये ऑनलाइन डिजिटल अराइवल कार्ड भर सकेंगे। कोई भी दस्तावेज अपलोड करने की जरूरत नहीं होगी। भारतीय नागरिकों और OCI कार्ड धारकों को इसे भरने की जरूरत नहीं होगी।
आधार लिंक्ड ट्रेन टिकट बुकिंग
भारतीय रेलवे 1 अक्टूबर से आरक्षण विंडो के पहले 15 मिनट के लिए केवल आधार लिंक्ड IRCTC खातों के माध्यम से यात्री टिकट बुकिंग की अनुमति देगा। नया नियम विशेष रूप से IRCTC की वेबसाइट और उसके मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन बुकिंग पर लागू होगा। ऑनलाइन ट्रेन बुकिंग खुलने के पहले 15 मिनट में सिर्फ वे ही लोग ट्रेन टिकट बुक कर पाएंगे जो आधार प्रमाणित हैं। यानी जिन लोगों का आधार कार्ड उनके आईआरसीटीसी अकाउंट से लिंक है
छोटी बचत पर ब्याज
सरकार पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग्स स्कीम और सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम जैसी छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज की हर तिमाही समीक्षा करती है। यह समीक्षा आज होगी। इस समीक्षा के बाद नई ब्याज दरें घोषित की जाएंगी। ये नई दरें अक्टूबर से दिसंबर 2025 की तिमाही के लिए लागू होंगी। माना जा रहा है कि इस बार इन योजनाओं पर ब्याज में कटौती की जा सकती है।
सिलेंडर की कीमत
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी की कीमतों की समीक्षा करती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 1 सितंबर को 19 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में लगातार पांचवें महीने कटौती की थी। लेकिन घरों में इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया। दिल्ली में आम उपभोक्ताओं के लिए इसकी कीमत 853 रुपये बनी हुई है।
रेपो रेट और लोन की किस्त
आरबीआई की एमपीसी की सोमवार से बैठक शुरू हो चुकी है। इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी बुधवार को मिलेगी। आरबीआई इस साल रेपो रेट में तीन बार में 1 फीसदी कटौती कर चुका है। हालांकि इस बार कटौती कम है। अगर इसमें कोई बदलाव होगा तो इसका असर आपके लोन की किस्त पर पड़ेगा। लेकिन इससे एफडी पर ब्याज में गिरावट आ सकती है।