तिल्दा के स्कूलों में 500 पौधों का रोपण: हरियर पाठशाला को मिली नई ऊर्जा

रायपुर। रायपुर जिले के तिल्दा विकासखंड अंतर्गत घिवरा संकुल में आज दिनांक 1 अगस्त 2025 को राज्य शासन की पर्यावरण संरक्षण संबंधी दो महत्वाकांक्षी योजनाओं – "एक पेड़ माँ के नाम 2.0" एवं "हरियर पाठशाला" – के तहत वृहद स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार स्कूलों में हरियाली तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने संकुल स्तरीय आयोजन के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक तथा हाई स्कूलों सहित कुल 11 विद्यालयों में लगभग 500 पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। इस आयोजन को जनभागीदारी के पर्व के रूप में रूपांतरित करते हुए छात्रों के अभिभावकों, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सभी ने पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पूरे उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ पौधारोपण किया।
शासकीय हाई स्कूल घिवरा परिसर में ही 400 से अधिक पौधों का रोपण किया गया, जिनमें छायादार व फलदार पौधे प्रमुख रूप से शामिल थे। पौधों की देखभाल एवं संरक्षण हेतु विद्यालयों की शाला प्रबंधन एवं विकास समितियों (SMDC), ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों और छात्रों ने सामूहिक संकल्प लिया।
सभी उपस्थित नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, शाला प्रबंधन समितियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने पर्यावरण सुरक्षा में सहभागी बनते हुए पौधों को वृक्ष के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया। संकुल प्रभारी प्राचार्य दीपक गुप्ता एवं संकुल समन्वयक कैलाश बघेल ने संकुल स्तरीय इस वृक्षारोपण अभियान की सफलता में सहयोग देने वाले सभी प्रतिनिधियों, शाला समितियों, संस्था प्रमुखों, शिक्षकों एवं छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया। कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के नेतृत्व में जिले में हरियर पाठशाला के तहत पौधरोपण किया जा रहा है। यह आयोजन ने न केवल विद्यालय परिसरों को हरियाली से समृद्ध किया, बल्कि छात्रों एवं अभिभावकों में पर्यावरणीय चेतना को भी जाग्रत किया। "एक पेड़ लगाना है, धरती को स्वर्ग बनाना है" के प्रेरक संदेश के साथ यह कार्यक्रम तिल्दा विकासखंड के लिए एक अनुकरणीय पहल बन गया।