ऋषभ पंत के सामने कप्तानी वाला पहला बड़ा सवाल, नंबर-4 पर खुद उतरें या तलाश करेंगे कोई और

गुवाहाटी: भारतीय क्रिकेट टीम गुवाहाटी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेल रही है। इस टेस्ट मैच में गर्दन की चोट के कारण शुभमन गिल नहीं खेल रहे हैं, जिनकी जगह ऋषभ पंत टीम इंडिया के 38वें टेस्ट कप्तान बने हैं। इस टेस्ट मैच से पहले जहां टीम इंडिया को नंबर-3 पोजीशन के लिए सही बल्लेबाज चुनने के सवाल से जूझना पड़ रहा था, वहीं कप्तान बनते ही पंत को इससे भी बड़ी दुविधा को हल करना होगा। दरअसल शुभमन गिल के टीम में नहीं होने से नंबर-4 बैटिंग पोजीशन भी खाली हो गई है, जिसे टीम की एंकर पोजीशन माना जाता है। इस पोजीशन पर टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज को उतारा जाता है। इसी कारण विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद गिल को नंबर-3 पोजीशन छोड़कर इंग्लैंड में खुद को इस पोजीशन पर शिफ्ट करना पड़ा था। गिल ने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ बल्ले से बेहतरीन खेल दिखाकर साबित किया था कि वे सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे महान दिग्गजों की इस खास पोजीशन पर उनका उत्तराधिकारी बनने को पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन अब पंत को यह तय करना होगा कि वे इस पोजीशन पर खुद उतरें या किसी दूसरे बल्लेबाज को यहां उतारा जाए।

इससे समझिए कितनी खास होती है ये पोजीशन

किसी भी टीम के लिए टेस्ट मैच में नंबर-4 पोजीशन कितनी खास होती है, इसका अंदाजा कुछ आंकड़ों से लगाया जा सकता है। सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के शुरुआती दौर को छोड़ दें तो 200 में से 179 टेस्ट मैच में नंबर-4 पोजीशन पर ही बल्लेबाजी करते हुए 13492 रन बनाए थे। विराट कोहली ने 99 टेस्ट मैच में 7564 रन इसी पोजीशन पर बनाए, जबकि भारतीय क्रिकेट इतिहास के धुरंधरों में शामिल गुंडप्पा विश्वनाथ ने 67 टेस्ट में 4108 इस पोजीशन पर बनाए हैं। शुभमन गिल ने पिछले 8 टेस्ट इस पोजीशन पर खेले हैं, जिनमें उनके खाते में 939 रन शामिल हैं। इनमें इंग्लैंड में सीरीज बचाने वाली पारियां भी शामिल हैं। इस पोजीशन पर दिलीप वेंगसरकर, सौरव गांगुली और यहां तक कि 16 टेस्ट मैच के लिए राहुल द्रविड़ भी खेल चुके हैं।

नंबर-4 पोजीशन तय करती है टीम का मैच में फ्यूचर

जिस तरह से माना जाता है कि किसी भी टेस्ट मैच में नंबर-3 पोजीशन का बल्लेबाज एक तरीके से ओपनर जैसी ही भूमिका निभाता है। उसी तरह नंबर-4 पोजीशन के लिए माना जाता है कि इस पर खेलने वाला बल्लेबाज मैच में टीम का फ्यूचर तय करता है। दरअसल इसी पोजीशन वाले बल्लेबाज के ऊपर ये जिम्मेदारी होती है कि वो पारी को निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर कितना लंबा खींच सकता है। ऐसे में टीम बढ़िया ओपनिंग मिलने के बाद कितने बड़े स्कोर तक जाएगी, यह काम असल में नंबर-4 पोजीशन वाले बल्लेबाज का ही होता है।

पंत खुद उतरेंगे या जुरैल को उतारेंगे नंबर-4 पर?

गुवाहाटी टेस्ट में खेल रही टीम इंडिया की प्लेइंग XI पर नजर डालें तो केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की ओपनिंग जोड़ी के बाद सबसे ज्यादा अनुभवी और बेहतरीन बल्लेबाज ऋषभ पंत खुद हैं। साई सुदर्शन को नंबर-3 पर उतारा जाना तय है, जबकि हालिया फॉर्म में दिखे ध्रुव जुरैल को अभी बढ़िया गेंदबाजी के सामने खुद को पूरी तरह साबित करना है। हालांकि टीम इंडिया के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो दिन पहले कहा था कि यदि गिल फिट नहीं होते हैं तो जुरैल को नंबर-4 पर उतारा जा सकता है, लेकिन सही मायने में ये पंत को तय करना होगा कि वे इस पोजीशन के लिए अपने और जुरैल के बीच में किसका चुनाव करते हैं। इसके चलते ही यह कहा जा रहा है कि ये कप्तान बनने के बाद पंत के सामने पहला सबसे बड़ा सवाल है, जिसका जवाब उन्हें तलाशना है।

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