शुभमन सेना दांव पर लगी है इज्जत, अबकी बार कर लो अंग्रेजों का शिकार, द ओवल की छाती पर लिख दो भारत का नाम

लंदन: नई टीम इंडिया के लड़कों ने जब इंग्लैंड की धरती पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए कदम रखे थे, तो यह उसके लिए सबसे कठिन चुनौतियों में से एक माना जा रहा था। विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की विदाई के बाद अपेक्षाकृत कम अनुभवी शुभमन गिल के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम को एक नई इबारत लिखनी थी। सीरीज के पहले चार टेस्ट मैचों में उसने मेजबान टीम को खेल के हर विभाग में कड़ी और भरपूर टक्कर दी। सीरीज में 1-2 से पिछड़ रही भारतीय टीम का प्रदर्शन कहीं से भी उसकी साहसिक लड़ाई की सही तस्वीर बयां नहीं कर रही, लेकिन खुद इंग्लिश टीम को पता होगा कि यह भिड़ंत कितनी करीबी रही है।
लीड्स के पहले टेस्ट में जोरदार खेल के बावजूद भारत पांच विकेट से हारा, लेकिन बर्मिंघम में पलटवार कर मेजबान को 336 रनों क
बेन स्टोक्स के बाहर होने से चांस बढ़े
भारतीय टीम के लिए आखिरी टेस्ट से पहले अहम खबर आई कि करिश्माई विपक्षी कप्तान बेन स्टोक्स चोटिल होने के कारण नहीं खेल पाएंगे। जबकि तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर भी बाहर रहेंगे। इन दोनों की गैरमौजूदगी का इंग्लैंड टीम पर असर पड़ना तय है। ऐसे में कार्यवाहक कप्तान ओली पोप के लिए यह कड़ी चुनौती होगी। भारत की तरफ से इस मैच में गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत बाहर बैठना तय है। उनकी जगह आकाश दीप को प्लेइंग इलेवन में लिया जा सकता है।"
इस सीरीज में शुभमन गिल ने एक नेतृत्वकर्ता और बल्लेबाज के रूप में अपनी जबरदस्त छाप छोड़ी है। सीरीज का अंतिम परिणाम चाहे जो हो, लेकिन शुभमन ने मोर्चे से बेहतरीन अगुआई की है। कप्तान बनते ही उन्होंने इस फॉर्मेट में अपनी बल्लेबाजी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। शुभमन चार टेस्ट में अब तक 722 रनों का पहाड़ खड़ा कर चुके हैं और एक टेस्ट सीरीज में किसी भारतीय बल्लेबाज के सर्वाधिक रनों के महान सुनील गावस्कर (774 रन) के रिकॉर्ड से केवल 52 रन दूर हैं। यही नहीं, उन्हें टेस्ट सीरीज में किसी भारतीय कप्तान द्वारा सर्वाधिक रन (732) बनाने के गावस्कर के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए बस 11 रन और चाहिए। 25 वर्षीय गिल ने अब तक चार सेंचुरी जड़ी हैं, जिनमें एक डबल सेंचुरी और ओल्ड ट्रैफर्ड में पिछले टेस्ट में 103 रन की मैच बचाने वाली पारी शामिल है।