टाटा ग्रुप की कंपनी का आईपीओ, साल का सबसे बड़े इश्यू, तब भी GMP इतना सुस्त क्यों

नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी टाटा कैपिटल का आईपीओ आज यानी 6 अक्टूबर से खुल जाएगा। निवेशक 8 अक्टूबर तक इसके लिए बोली लगा सकेंगे। यह आईपीओ कुल 15,511 करोड़ रुपये का है। इसमें शेयरों की कीमत 310 रुपये से 326 रुपये प्रति शेयर तय की गई है। इस आईपीओ में 6,846 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही, मौजूदा शेयरधारक 8,665 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे, जिसे ऑफर फॉर सेल (OFS) कहते हैं। कंपनी के शेयर 13 अक्टूबर को शेयर बाजार में लिस्ट हो सकते हैं।
जीएमपी सुस्त
टाटा कैपिटल के आईपीओ को ग्रे मार्केट में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। इसके बाद भी एक्सपर्ट की नजर में यह आईपीओ मजबूत बना हुआ है। अभी इसका जीएमपी 2.30% की तेजी के साथ 7.50 रुपये है। यानी इसके शेयर 333.50 रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं। इस आईपीओ के साथ टाटा कैपिटल भारत के शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी NBFC लिस्टिंग में से एक बन जाएगी। यह देश की तीसरी सबसे बड़ी विविध NBFC है। 30 जून, 2025 तक, कंपनी का कुल सकल ऋण 2.33 लाख करोड़ रुपये था।
कंपनी है प्रॉफिट में
वित्तीय वर्ष 2023 से 2025 के बीच कंपनी के ऋण पोर्टफोलियो में 37.3% की मजबूत वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ोतरी हुई। खुदरा और एसएमई लोन में अच्छी वृद्धि के कारण यह संभव हुआ।
क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए?
आनंद राठी के विश्लेषकों ने इस आईपीओ को ‘सब्सक्राइब- लॉन्ग टर्म’ रेटिंग दी है। उन्होंने कहा कि टाटा कैपिटल टाटा ग्रुप की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी है। इसके पास ऋण उत्पादों का सबसे व्यापक पोर्टफोलियो है। साथ ही, इसका वितरण नेटवर्क भी मजबूत है, जिसमें भौतिक शाखाएं और डिजिटल प्लेटफॉर्म दोनों शामिल हैं।
केनरा बैंक ने भी जताया भरोसा
केनरा बैंक सिक्योरिटीज ने भी इसी तरह का भरोसा जताया है। उन्होंने भी लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। केनरा बैंक सिक्योरिटीज ने कहा कि टाटा कैपिटल भारत के तेजी से बढ़ते एनबीएफसी क्षेत्र में अच्छी स्थिति में है। इसे टाटा ग्रुप जैसे मजबूत माता-पिता का समर्थन प्राप्त है। इसके पास एक विविध पोर्टफोलियो है, यह समझदारी से जोखिम का प्रबंधन करती है और AI-संचालित परिचालन दक्षता का उपयोग करती है।