तेलंगाना के सरकारी इंजीनियर के पास 19 प्लॉट-विला, 3 बिल्डिंग:13 ठिकानों से करोड़ों की संपत्ति जब्त

तेलंगाना के सिंचाई विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नुने श्रीधर के 13 ठिकानों पर मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति जब्त की गई है। बुधवार को ACB ने मामले की जानकारी दी।
ACB के अधिकारियों ने बताया कि श्रीधर के पास मिली संपत्तियां, उनके आय के ज्ञात स्रोतों से कई गुना ज्यादा हैं। उनके पास हैदराबाद की प्राइम लोकेशन पर 19 रेसीडेंशियल प्लॉट, एक विला, 3 बिल्डिंग और कई फ्लैट हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में कैश, सोना और बैंक बैलेंस भी है।
ACB के अनुसार, श्रीधर ने अपने बेटे की शादी थाईलैंड में की, जिसमें कई करोड़ रुपए खर्च किए गए। श्रीधर का नाम दुनिया की सबसे बड़ी मल्टी-स्टेज लिफ्ट सिंचाई परियोजना कालेश्वरम प्रोजेक्ट से जुड़ा है। इस प्रोजेक्ट में करप्शन के आरोप लगे हैं। फिलहाल श्रीधर पर भी भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया।
इंजीनियर के सिंचाई प्रोजेक्ट से कनेक्शन की जांच होगी
ACB के अधिकारियों ने कहा- श्रीधर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। सभी फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट्स, प्रॉपर्टी पेपर्स और लेन-देन की जानकारी खंगाली जा रही है। इससे पता लगाया जाएगा कि इन संपत्तियों का सिंचाई प्रोजेक्ट से तो कनेक्शन नहीं है।
कालेश्वरम प्रोजेक्ट से भी जुड़े रहे हैं इंजीनियर
रिपोर्ट्स के अनुसार, इंजीनियर श्रीधर का नाम कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना से भी जुड़ा हुआ है। यह प्रोजेक्ट दुनिया की सबसे बड़ी मल्टी-स्टेज लिफ्ट सिंचाई योजना मानी जाती है। इस प्रोजेक्ट पर पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनकी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) पहले ही इस परियोजना को लेकर PC घोष आयोग की जांच के दायरे में हैं।
कालेश्वरम प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोप 2023 के विधानसभा चुनावों में बड़ा मुद्दा बने थे। हालांकि BRS पार्टी ने सभी आरोपों को नकारते हुए दावा किया था कि यह परियोजना तेलंगाना के लोगों के हित में बनाई गई थी।