बदमाश ने कांच के टुकड़े से खुद का गला काटा:भोपाल में पुलिस की मौजूदगी में की वारदात, टीआई पर लगाए हत्या की कोशिश के आरोप

भोपाल में राजा खटीक नाम के बदमाश ने खुद का गला काट लिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजा खटीक 29 जून को हुए अमित वर्मा हत्याकांड में मुख्य गवाह है।
ये घटना बुधवार रात की छोला मंदिर इलाके की है। जो गुरुवार को सामने आई। इस घटना को लेकर घायल बदमाश राजा खटीक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है। जिसमें उसने आरोप लगाया कि टीआई सुरेशचंद्र नागर और उनके स्टाफ ने उसका गला काटकर हत्या की कोशिश की है।
पुलिस ने इन तमाम आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस का कहना है कि राजा ने पुलिस पर दबाव बनाने की नीयत से खुद ही कांच के टुकड़े से अपना गला काटने की कोशिश की है। राजा के खिलाफ पूर्व में कई आपराधिक केस शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
राजा को इसलिए पूछताछ के लिए थाने लाई थी पुलिस जानकारी के मुताबिक राजा खटीक, अमित वर्मा की हत्या का मुख्य गवाह है। पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि मुख्य आरोपी नसीम बन्ने और वसीम खान, राजा की हत्या करना चाहते थे। निशाना चूकने के कारण गोली अमित को लगी और उसकी मौत हो गई।
आरोपी राजा को क्यों मारना चाहते थे, उनकी उससे किस बात को लेकर दुश्मनी थी, इसकी तहकीकात करने के लिए राजा को पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। इधर, वसीम को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस राजा और वसीम को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने वाली थी।
इस पूछताछ से बचने के लिए राजा ने थाने के सामने वाहन से उतरते ही एक कांच के टुकडे़ से खुद का गला रेतने की कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्काल ही उसे पकड़ लिया। जिससे उसे गंभीर चोट नहीं आई। डॉक्टर ने उसकी हालत को स्थिर बताया है।
हवाला लूट की रकम को लेकर है पूरा विवाद पुलिस जांच में सामने आया था कि पिछले दिनों शहर में एकाएक कई हवाला लूटकांड हुए थे। टीटी नगर में हुए हवाला लूट की रकम के बंटवारे को लेकर अमित की हत्या के आरोपी वसीम के भाई और राजा के बीच कहासुनी हुई थी। इसी बात को लेकर आरोपियों और राजा के बीच विवाद था। राजा की हत्या के मकसद से नसीम और वसीम 29 जून को छोला मंदिर थाना क्षेत्र की लीलाधर कॉलोनी पहुंचे थे।
सीपी बोले- हर पहलु की गंभीरता से जांच जारी पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि अमित की हत्या के बाद मामले को गंभीरता से लिया था, केस की जांच एसआईटी कर रही है। अब तक दस आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। हत्याकांड की हर पहलु पर जांच की जा रही है।