सिंगापुर की कंपनी को सिर्फ हिस्सेदारी मिलेगी, मैनेजमेंट कंट्रोल नहीं, फार्मा सेक्टर की इस कंपनी ने किया ऐलान

मुंबई: फार्मा सेक्टर की कंपनी वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स (Welcure Drugs & Pharmaceuticals) ने कहा है कि वह सिंगापुर की कंपनी टेलेक्सेल ट्रेड पीटीई लिमिटेड (Telexcell Trade Pte) का शेयरहोल्डर के रूप में स्वागत है। लेकिन उसे मैनेजमेंट कंट्रोल नहीं मिलेगा। उल्लेखनी है कि टेलेक्सेल ट्रेड ने वेलक्योर ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स में 25 फीसदी शेयर खरीदने का प्रस्ताव दिया था।
क्या बताया कंपनी ने
कंपनी ने सोमवार को बताया कि उसके बोर्ड ने सिंगापुर की कंपनी टेलेक्ससेल ट्रेड पीटीई के प्रस्ताव पर विचार किया है। यह प्रस्ताव कंपनी में 25% तक हिस्सेदारी खरीदने का था। बोर्ड ने साफ किया है कि टेलेक्ससेल का कंपनी में सिर्फ एक निवेशक के तौर पर स्वागत किया जाएगा। उसे कंपनी के नियंत्रण का कोई अधिकार नहीं मिलेगा। दवा कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ने सिंगापुर की इस कंपनी के प्रस्ताव पर गौर किया है। टेलेक्ससेल 25% तक हिस्सेदारी ₹20 प्रति शेयर के हिसाब से खरीदना चाहती है। कंपनी का कहना है कि यह कीमत उसके असली मूल्य की एक मजबूत पुष्टि है।
बोर्ड ने खारिज कर दिया
कंपनी ने एक बयान में कहा, "टेलेक्ससेल ने शुरुआत में सिर्फ बड़ी हिस्सेदारी खरीदने में ही दिलचस्पी नहीं दिखाई थी, बल्कि कंपनी के मैनेजमेंट और फैसले लेने में भी कुछ हद तक प्रभाव डालना चाहा था। बोर्ड ने सर्वसम्मति से ऐसी किसी भी मांग को खारिज कर दिया है।"
यह भी साफ किया
बोर्ड ने यह भी साफ किया है कि टेलेक्ससेल अपनी प्रस्तावित हिस्सेदारी सिर्फ सेकेंडरी ट्रांजैक्शन के जरिए ही खरीद सकती है। इसमें बल्क डील जैसे तरीके शामिल हैं। इससे Welcure पर कोई नई जिम्मेदारी नहीं आएगी और मौजूदा शेयरधारकों के मूल्य में भी कोई कमी नहीं होगी।
अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का माहौल
इस बीच, अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। ऐसे में भारतीय दवा कंपनियां अब थर्ड-पार्टी मैन्युफैक्चरिंग पर ज्यादा ध्यान दे सकती हैं। यह एक ऐसा तरीका है जहां कंपनियां अपना उत्पाद बनाने के लिए किसी और कंपनी की मदद लेती हैं।