यूका के कचरे का दाग 30 के पहले-धुलने की उम्मीद:जहर धरती में न जाए, इसलिए जमीन से डेढ़ मीटर ऊपर चैंबर में दफनाएंगे राख

पीथमपुर के प्लांट में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा जलाने की प्रक्रिया को एक माह पूरा हो चुका है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट भी इस पर रोक लगाने संबंधी याचिका को तुरंत सुनने से इनकार कर चुकी है। ऐसी स्थिति में उम्मीद है कि यूका का 307 मीट्रिक टन कचरा 30 जून तक जला दिया जाएगा। वहां चल रही प्रक्रिया को समझने एक्सपर्ट के साथ भास्कर प्लांट पहुंचा।
फिलहाल यहां हर दिन 6.480 मीट्रिक टन यानी 270 किलो कचरा हर घंटे जलाया जा रहा है। कार्रवाई एक्सपर्ट और कोर्ट की निगरानी में हो रही है। पीथमपुर में ही 2015 में भी यूका का कचरा जलाने का ट्रायल किया गया था। उसके साइड इफैक्ट्स को देखते हुए कचरा भस्म करने के इंतजामों में बड़े बदलाव किए गए हैं। कचरे की राख से धरती में विषैले तत्व न मिले इसलिए इसका निपटारा जमीन से डेढ़ मीटर ऊपर बनाए गए चैम्बर (लैंडफिल) में किया जाएगा।