भारत और अमेरिका के बीच अब नहीं पड़ेगी बातचीत की जरूरत, जानिए कब तक होगा एग्रीमेंट

नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द ही हो सकता है। दोनों देशों के बीच बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है और अब आगे की बातचीत की जरूरत नहीं पड़ेगी। भारत सरकार चाहती है कि यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया था कि अमेरिका भारत पर लगे 50% टैरिफ को कम करने के लिए तैयार है और दोनों देश व्यापार समझौते के करीब आ रहे हैं। पहले इस समझौते के लिए पतझड़ की समय-सीमा तय की गई थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, "हम भारत के हित में एक अच्छा व्यापार समझौता करने के लिए काम कर रहे हैं। हम अमेरिका के साथ एक निष्पक्ष, न्यायसंगत और संतुलित व्यापार समझौता चाहते हैं। अगर यह होता है, तो यह किसी भी दिन, कल, अगले महीने या अगले साल हो सकता है। लेकिन सरकार के तौर पर हम हर चीज के लिए तैयार हैं।"
क्या होगा फायदा?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बताया कि अमेरिका के साथ बातचीत काफी हद तक पूरी हो गई है और शायद अब और दौर की बातचीत की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा, "अमेरिका को हमें जवाब देना है। यह किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे व्यापक समझौता है। हमने प्रमुख क्षेत्रों की संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखते हुए बहुत सावधानी से बातचीत की है। कोई समय-सीमा नहीं है।"भारत और अमेरिका के बीच अधिकारियों के स्तर पर पांच दौर की बातचीत हो चुकी है। पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्षों से मुलाकात की है। यह समझौता भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा और भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में बेहतर अवसर मिलेंगे। साथ ही, यह भारत को वैश्विक व्यापार में एक मज़बूत स्थिति बनाने में मदद करेगा।





