परिवहन विभाग ने यात्री बस की फिटनेस निरस्त की:इमरजेंसी एग्जिट पर सीट

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) भोपाल ने गुरुवार को राजधानी में सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान यात्री बसों और स्कूल वाहनों की बारीकी से जांच की गई, जिसमें कई गंभीर लापरवाही उजागर हुईं। जांच के बाद आरटीओ ने एक यात्री बस की फिटनेस निरस्त करते हुए कार्रवाई की, जबकि तीन स्कूल बसों को जब्त किया गया।
आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने बताया कि जिस बस की फिटनेस निरस्त की गई, उसमें फायर एक्सटिंग्विशर मौजूद नहीं था, फर्स्ट एड बॉक्स में रखी दवाएं एक्सपायर थीं। इमरजेंसी एग्जिट के सामने सीट लगाई गई थी, जिससे किसी हादसे की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा हो सकता था। विभाग ने इसे मोटर यान अधिनियम के गंभीर उल्लंघन की श्रेणी में मानते हुए बस की फिटनेस रद्द कर दी।
वहीं, चेकिंग अभियान के दौरान तीन स्कूल बसों को बिना परमिट, फिटनेस और टैक्स बकाया होने के कारण जब्त किया गया। ये बसें क्रमशः सेंट जेवियर स्कूल, जवाहर स्कूल और सेंट फ्रांसिस स्कूल के विद्यार्थियों को लेकर परिवहन करती पाई गईं। बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी इस गंभीर लापरवाही पर विभाग ने स्कूल प्रबंधन को भी नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है।
इसके अलावा टीम ने चार अन्य बसों से 17 हजार रुपए का शमन शुल्क (जुर्माना) भी वसूला। जांच के दौरान बसों के दस्तावेज, पंजीयन अनुसार बैठने की क्षमता, फायर फाइटिंग उपकरण, फर्स्ट एड बॉक्स और स्पीड गवर्नर की भी विस्तृत जांच की गई।
भोपाल आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने कहा, “स्कूल और यात्री बसों में सुरक्षा मानकों से किसी भी तरह का समझौता स्वीकार्य नहीं है। फिटनेस, परमिट और टैक्स जैसे नियमों का पालन करना प्रत्येक वाहन स्वामी की जिम्मेदारी है। जिन वाहनों में खामियां पाई जाएंगी, उन पर विभाग की सख्त कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी।