भारत से पंगा लेकर ‘बेजान’ हो जाएंगे तुर्की और अजरबैजान! पाकिस्तान के साथ दोस्ती पड़ेगी भारी

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए संघर्ष में तुर्की और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था। इस कारण लोगों में इन देशों के खिलाफ नाराजगी है और इन देशों के सामान का बहिष्कार करने की मांग उठ रही है। भारत के इन दोनों देशों के साथ अच्छे कारोबारी रिश्ते हैं। तुर्की और अजरबैजान के साथ हमारा सालाना करीब 12 अरब डॉलर का ट्रेड है। खासकर तुर्की के मामले में ट्रेड बैलेंस भारत के पक्ष में है। हाल में इन देशों में भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। लेकिन इन देशों के खुलकर पाकिस्तान का साथ देने से इस पर असर हो सकता है। एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल तुर्की और अजरबैजान को भारतीय पर्यटकों से 4,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।

कुछ ट्रैवल वेबसाइट्स ने भारतीयों को जरूरी न होने पर तुर्की और अजरबैजान की यात्रा करने से बचने की सलाह दे रही हैं। इसी तरह पुणे के कारोबारियों ने तुर्की से सेब नहीं खरीदने का फैसला किया है। सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है। गोवा विलास ने तुर्की के नागरिकों को गोवा में ठहरने से सुविधा नहीं देने का फैसला किया है। कुछ ट्रैवल एजेंट लोगों को तुर्की के बजाय ग्रीस जाने की सलाह दे रहे हैं। इसी तरह उदयपुर के मार्बल ट्रेडर्स का कहना है कि उन्होंने तुर्की के साथ बिजनस खत्म कर दिया है।

भारत-तुर्की व्यापार

भारत और तुर्की के बीच व्यापार में पिछले कुछ साल में काफी तेजी आई है। 2022-23 में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 13.8 बिलियन डॉलर को पार कर गया। हालांकि2023-24 में इसमें कुछ गिरावट आई और यह व्यापार 10.43 बिलियन डॉलर रहा। इसमें से भारत ने 6.65 बिलियन डॉलर का सामान बेचा और 3.78 बिलियन डॉलर का सामान खरीदा। यानी ट्रेड बैलेंस भारत के पक्ष में है। इसी तरह दोनों देशों ने एकदूसरे के यहां निवेश किया है।

भारत तुर्की को खासकर गाड़ियां, केमिकल और इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स एक्सपोर्ट करता है। भारत तुर्की से फ्यूल, मशीनरी, सीमेंट और ड्राई फ्रूट्स मंगाता है। तुर्की की कई कंपनियां भारत में लोकप्रिय हो रही हैं। इनमें Godiva, Ulker और LC Waikiki शामिल हैं। साथ ही तुर्की के स्किनकेयर और पर्सनल केयर ब्रांड भी भारत में जगह बना रहे हैं।

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