कमजोर छत पर चली ड्रिल, दीवार तोड़ रहे मजदूर पर भरभराकर गिरी; मौत, 102 दिन की जांच में ठेकेदार-मकान मालिक पर FIR

ग्वालियरः बरसात के मौसम में एक जर्जर मकान की दीवार तोड़ते समय हुए हादसे में मज़दूर की मौत हो गई थी। इस घटना के करीब साढ़े तीन महीने बाद जाकर ग्वालियर पुलिस ने मकान मालिक और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसके पीछे की वजह काफी चौंकाने वाली है।
क्या है पूरा मामला?
असल में घटना 16 जुलाई 2025 की है। ग्वालियर के आसाराम बापू के आश्रम के पास सोनू सेन नाम के एक व्यक्ति का मकान काफी जर्जर था। इस मकान को रेनोवेट कराने के लिए मकान मालिक ने दीपक करार नाम के ठेकेदार को मकान तोड़ने का ठेका दिया। 16 जुलाई को मज़दूर नरेंद्र साइट पर काम कर रहा था। वह दीवार तोड़ने का काम कर रहा था उसी दौरान ठेकेदार दीपक ने छत पर ड्रिल मशीन चला दी। घर की छत बरसात की वजह से पहले जर्जर छत कमजोर थी। ड्रिल चलते ही छत अचानक से ढह गई। इससे नीचे काम कर रहा मजदूर नरेंद्र अपनी जान गंवा बैठा था।
पुलिस की 102 दिन तक चली जांच
शुरुआत में से बरसात की वजह से हुआ हादसा माना जा रहा था। हालांकि मृतक के परिजनों ने आशंका जताई और पुलिस से मामले की शिकायत कर दी। करीब साढ़े तीन महीने तक पुलिस ने मामले की जांच की और पाया कि यह घटना मकान मालिक और ठेकेदार की लापरवाही से हुई है। पूरा मकान सीलनग्रस्त था। बावजूद इसके यहां सावधानी से काम न करते हुए मजदूर की जान से खिलवाड़ किया गया था।
मकान मालिक-ठेकेदार की लापरवाही उजागर
इस पूरे मामले को लेकर सीएसपी रॉबिन जैन ने बताया कि कंपू थाना क्षेत्र में घटित हुई इस घटना में पूर्व में मर्ग कायम किया गया था। मामले को पुलिस ने विवेचना में लिया था। मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि यह पूरा मकान सीलन की वजह से जर्जर था। उसके बावजूद जानबूझ कर मकान मालिक ने इस तरह से कार्य करवाया था जिसमें नीचे काम कर रहे मज़दूर के ऊपर दीवार ढह कर गिरी थी इस लापरवाही को लेकर ठेकेदार और मकान मालिक दोनों पर विभिन्न धाराओं पर अपराध दर्ज कर दिया गया है। अग्रिम कार्रवाई जारी है।





