यूक्रेन और यूरोपीय युद्धप्रेमी भ्रम में हैं… ट्रंप के पीस प्लान पर आया पुतिन का रिएक्शन, कीव को खुली धमकी

मॉस्को: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए पेश किए गए पीस प्लान ने व्लादिमीर पुतिन को खुश कर दिया है। इस योजना को रूस के लिए फायदे का सौदा बताया जा रहा है। अमेरिकी शांति योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का 28-पॉइंट पीस प्लान यूक्रेन में आखिरी शांतिपूर्ण समझौते का आधार बन सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कीव को खुली धमकी भी दी कि अगर कीव ने इससे इनकार किया तो रूसी सेना उसके और इलाके पर कब्जा करेगी। पुतिन ने इस बात की पुष्टि की कि मॉस्को को यूक्रेन में शांति के लिए अमेरिका का प्रस्ताव मिल गया है।

पुतिन ने सरकारी टीवी पर सीनियर अधिकारियों से कहा, ‘मेरा मानना है कि इसे आखिरी शांतिपूर्ण समझौते के आधार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।’ पुतिन ने कहा कि मॉस्को को प्लान मिला है और इसे एक नया संस्करण बताया। पुतिन ने मॉस्को में कहा कि ‘इस टेक्स्ट पर हमारे साथ किसी भी तरह से कोई खास चर्चा नहीं हुई है और मैं अंदाजा लगा सकता हूं कि ऐसा क्यों है। अमेरिकी प्रशासन अभी तक यूक्रेनी पक्ष की सहमति नहीं ले पाया है। यूक्रेन इसके खिलाफ है।’

पुतिन की यूक्रेन को धमकी

पुतिन ने कहा कि ‘जाहिर है, यूक्रेन और उसके यूरोपियन सहयोगी अभी भी भ्रम में हैं और युद्ध के मैदान में रूस को रणनीतिक हार देने का सपना देख रहे हैं।’ पुतिन ने आगे धमकी दी कि अगर यूक्रेन प्रस्ताव से पीछे हटता है तो उसे अपने और इलाके गंवाने होंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर कीव राष्ट्रपति ट्रंप के प्रस्ताव पर चर्चा नहीं करना चाहता है और ऐसा करने से मना करता है, तो उन्हें और यूरोपियन युद्ध प्रेमियों को समझना चाहिए कि कुपियांस्क में जो घटनाएं हुईं है, वे फ्रंट के दूसरे खास सेक्टर्स में भी जरूर दोहराई जाएंगी।’ उन्होंने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन में आगे बढ़ रही है और जब तक शांति नहीं होगी, तब तक आगे बढ़ती रहेगी। कीव और यूरोपियन ताकतों को इस सच्चाई को समझना होगा।

ट्रंप के पीस प्लान में क्या है?

अमेरिकी शांति प्रस्ताव को रूस की तरफ झुकाव वाला माना जा रहा है। 28 पॉइंट वाले पीस प्लान में यूक्रेन का इलाका रूस को सौंपने की बात कही गई है, जिसमें क्रीमिया और डोनेट्स्क का क्षेत्र शामिल है। यूक्रेन को अपनी सेना का साइज कम करना होगा और नाटो की सदस्यता का रास्ता बंद हो जाएगा। शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ने देश के सामने सबसे मुश्किल घड़ी में से एक बताया, क्योंकि देश अमेरिकी शांति प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के सामने एक बड़ा खतरा है, जिसमें यूक्रेन को अपना सम्मान या एक अहम दोस्त (अमेरिका) को खोना पड़ सकता है।

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