उषा हिंदू धर्म छोड़ बनेंगी ईसाई… अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयान पर बवाल, भारतीयों ने खोला मोर्चा, बताया पाखंड की हद

वॉशिंगटन: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अपनी पत्नी उषा के ईसाई धर्म में आने की उम्मीद जताई है। सार्वजनिक मंच से जेडी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि उषा कैथोलिक चर्च से प्रभावित होकर हिन्दू धर्म छोड़ दें और ईसाई बन जाए। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने मिसिसिपी में कॉलेज छात्रों के सामने यह बयान दिया। इस बयान के मीडिया में आने के बाद उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर से भारतीयों ने उनके बयान को ‘स्तरहीन और पाखंड’ कहा है।

वेंस से उनकी पत्नी की आस्था के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘उषा अक्सर उनके साथ चर्च जाती हैं। उम्मीद है कि वह एक दिन चर्च की उन बातों से प्रभावित होंगी, जिनपर उन्होंने वयस्क होने पर कैथोलिक धर्म अपनाया था। मैं सचमुच यही चाहता हूं क्योंकि मैं ईसाई धर्म में विश्वास करता हूं। मुझे उम्मीद है कि आखिरकार मेरी पत्नी भी इसे उसी नजर से देखेंगी।’

वेंस को भारी पड़ा कमेंट

जेडी वेंस ने आगे कहा, ‘अगर उषा ऐसा नहीं करतीं यानी इसाई नहीं बनती हैं तो फिर ईश्वर कहता है कि हर किसी के पास स्वतंत्र इच्छाशक्ति होती है। इसलिए इससे मुझे कोई समस्या नहीं है। यह एक ऐसी बात है, जिसे आपको सुलझाना होगा।’ अमेरिकी उपराष्ट्रपति के इस बयान को सोशल मीडिया पर कई भारतीय यूजर्स ने विवादास्पद बताते हुए तीखी आलोचना की है।

दीप बरोट नाम के भारतीय-अमेरिकी टिप्पणीकार ने वेंस के इस दावे का मजाक उड़ाया कि उनकी पत्नी पहले ईश्वर पर विश्वास नहीं करती थीं। उन्होंने वेंस की शादी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘उषा वेंस हिंदू हैं ना कि अनीश्वरवादी। यह समझना आपके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है। उन्होंने वैदिक हिंदू रीति-रिवाज से शादी भी की थी और उनके बच्चे का नाम विवेक है।’

एक अन्य भारतीय एक्स यूजर ने लिखा कि वेंस क्लास ए के पाखंडी हैं। वहीं ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता एरी ड्रेनन ने वेंस के मजे लेते हुए कहा कि वह पद पर रहते हुए तलाक लेने वाले पहले उपराष्ट्रपति होंगे। भारतीय मूल की उषा वेंस ने जून में रूढ़िवादी टिप्पणीकार मेघन मैक्केन के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि उनका धर्म परिवर्तन जैसा ऐसा कुछ करने का कोई इरादा नहीं है।

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