गौ तस्करी में मारे गए जुनैद का वीडियो:बोला- बजरंगियों ने मारा, झूठ बुलवाया

रायसेन में 5 जून को गौरक्षा के नाम पर बेरहमी से पीटे गए जुनैद कुरैशी की मौत से पहले का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो हमीदिया अस्पताल का है। जहां इलाज के दौरान जुनैद ने खुद बताया था कि मुझे बजरंग दल के लोगों ने मारा, जबरन अपनी मर्जी की बातें बुलवाईं।

इलाज के दौरान हमीदिया अस्पताल में रिकॉर्ड हुए वीडियो में जुनैद कहता है कि गाड़ी लेकर मैं बैतूल मेले में जा रहा था। कुछ नहीं किया था, फिर भी पकड़कर मारा। मुझे कहा गया कि भोपाल ले जा रहे हो, झूठे आरोप लगाए और झूठ बुलवाया गया।

जुनैद ने यह भी बताया था कि उसके दोस्त अरमान को भी बहुत मारा है। वह उसी समय बेहोश हो गया था। उस समय 10 से 15 लोग थे। जुनैद ने खुद को भोपाल के जिंसी क्षेत्र का निवासी बताया और कहा कि मूल रूप से सिरोंज का रहने वाला हूं। साथ ही उसने ये भी कहा कि उस पर भी पुलिस ने एफआईआर की है, जिसमें अभी उसे जमानत नहीं मिली है।

5 जून की रात विदिशा-रायसेन सीमा पर हुआ था हमला 5 जून की रात जुनैद और उसका साथी अरमान 6 गाय लेकर धनोरा से सिरोंज लौट रहे थे। रास्ते में रायसेन जिले के मेगांव के पास उनकी गाड़ी को 20-25 लोगों के एक समूह ने रोक लिया, जो खुद को बजरंग दल कार्यकर्ता बता रहे थे। इसके बाद दोनों युवकों को सांची-रायसेन के बीच जंगल में ले जाकर रातभर पीटा गया।

परिजन को जुनैद और अरमान अगले दिन गंभीर हालत में विदिशा अस्पताल में मिले। वहां से उन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान जुनैद की मौत हो गई। अरमान की स्थिति अभी भी गंभीर है।

बता दें कि इस मामले में अभी तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जिनमें ध्रुव चतुर्वेदी और गगन दुबे (दोनों विदिशा निवासी) और रामपाल राजपूत (करारिया) शामिल हैं।

परिजन बोले- MP में आतंकी हैं बजरंग दल जैसे समूह जुनैद के कजिन मोहम्मद माज कुरैशी ने कहा कि हमने 5 जून को ही CSP को आवेदन दे दिया था, लेकिन 28 जून तक कोई और गिरफ्तारी नहीं हुई। बजरंग दल और आरएसएस जैसे संगठन अब आतंकी बन चुके हैं, जो मुसलमानों को टारगेट कर रहे हैं। पुलिस इन संगठनों के आगे फेल है।

पिता ने शिकायत में लिखा- मुस्लिम होने के चलते मारा घटना में घायल अरमान के पिता जफरउद्दीन ने रायसेन एसपी को शिकायत की है। उनके मुताबिक, 10-15 लोगों ने गाड़ी में घुसकर मारपीट की, गाड़ी में रखे करीब दो लाख रुपए और मोबाइल भी छीन लिए। हमलावर लगातार धर्म को लेकर गालियां दे रहे थे। यह हिंसा सिर्फ शक नहीं, धर्म के प्रति नफरत से की गई थी।

उनका कहना है कि आरोपी थाने में भी जाकर हुड़दंग मचाते रहे, इसके सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं। पुलिस चाहे तो बाकी आरोपियों की पहचान इन्हीं फुटेज से कर सकती है। आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से साजिश रखते हुए इस घटना को अंजाम दिया है।

मेरा बेटा अरमान और जुनैद मुस्लिम समाज से हैं और इसी कारण उनके साथ यह क्रूरता की गई है। जैसा कि अरमान ने मुझे बताया है कि आरोपी बार-बार हमारे धर्म को लेकर अपशब्द बोले जा रहे थे। वह धर्म को लेकर लगातार अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। जिससे ऐसा लगता है कि इन लोगों का मॉब लिंचिंग करना और मुस्लिम समाज के खिलाफ हिंसा पैदा करना ही मकसद है।

अब तक तीन गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी रायसेन एसपी पंकज पांडे ने बताया कि अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें से एक आरोपी ध्रुव पर पहले से ही मारपीट के केस दर्ज हैं। बाकी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई गई हैं, जो विदिशा और आसपास के इलाकों में लगातार दबिश दे रही हैं।

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