काफी चीजों के बारे में बात करना चाहता हूं लेकिन यह सही समय नहीं है : महमूदुल्लाह

मुंबई.
विश्व कप से पहले बांग्लादेश के चयनकर्ताओं के बर्ताव पर एक शब्द भी बोले बिना सीनियर बल्लेबाज महमूदुल्लाह ने कहा कि कहने के लिए बहुत कुछ है लेकिन टूर्नामेंट के बीच में अपने मन की बात कहने का यह सही समय नहीं है। महमूदुल्लाह की बल्लेबाजी टूर्नामेंट में बांग्लादेश के लिए कुछ सकारात्मक चीजों में से एक है क्योंकि वे चार हार के बाद अंक तालिका में अंतिम स्थान पर चल रहे हैं।

छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 111 रन की शानदार पारी खेली जो उनका चौथा एकदिवसीय शतक और पिछले छह वर्षों में पहला शतक है। शाकिब अल हसन की अगुवाई वाली टीम को हालांकि मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 149 रन से हार झेलनी पड़ी।

ऐसा माना जा रहा था कि यह 37 वर्षीय खिलाड़ी विश्व कप से पहले चयनकर्ताओं की योजना का हिस्सा नहीं था लेकिन अन्य बल्लेबाजों, विशेषकर युवा ब्रिगेड के खराब प्रदर्शन के बाद छह महीने बाद उनकी वापसी हुई। महमूदुल्लाह ने मंगलवार को मैच के बाद मीडिया से कहा, ''वह अच्छा समय था। मैं उस समय के बारे में कुछ नहीं कह सकता। मैं कई चीजों के बारे में बात करना चाहता हूं लेकिन यह बात करने का सही समय नहीं है।''

उन्होंने कहा, ''मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मैं टीम के लिए योगदान देना चाहता था। मैं और अधिक योगदान देना चाहता था ताकि हम मैच जीत सकें। शायद अल्लाह ने मुझे आगे बढ़ने की ताकत दी है। मैंने अपनी फिटनेस सही रखने की कोशिश की। कड़ी मेहनत करता रहा। मैं बस इतना ही कर सकता हूं।''

दक्षिण अफ्रीका के 383 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम एक समय 81 रन पर छह विकेट गंवा चुकी थी लेकिन महमूदुल्लाह ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर टीम को 233 रन तक पहुंचाया। अपने 225 मैच के करियर का चौथा शतक महमूदुल्लाह ने उन लोगों को समर्पित किया जिन्होंने 'पिछले तीन महीनों' में उनका समर्थन किया था।

उन्होंने कहा, ''मैं इसे अपने परिवार और उन लोगों को समर्पित करना चाहता हूं जिन्होंने पिछले तीन महीनों में मेरा समर्थन किया और मेरे लिए प्रार्थना की। मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया और उन लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन नहीं किया।''

इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें कोच चंडिका हथुरुसिंघे ने कहा था कि वह छठे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे जबकि बांग्लादेश को मध्य क्रम में उनके अनुभव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ''मैंने टीम के लिए योगदान देने की कोशिश की। मैंने अपने पूरे करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। (निचले क्रम पर बल्लेबाजी करना) ठीक है। कल (सोमवार को) कोच ने मुझे कहा कि मैं छठे नंबर पर बल्लेबाजी करूंगा। मैं मैदान पर गया और अपना खेल खेला।''

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