BCCI क्यों पाकिस्तान संग एशिया कप में खेलने को हुआ तैयार? समझें कैसे भारत सरकार का ये बड़ा फैसला है कारण

नई दिल्ली: गली मोहल्ला से लेकर संसद तक एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला दो महीने पहले से ही चर्चा का विषय बना हुआ है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने शनिवार को एशिया कप 2025 की तारीखों का ऐलान किया। शेड्यूल के अनुसार, भारत-पाकिस्तान मुकाबला 14 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होने वाला है। संभावना इस बात की अधिक है कि दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें टूर्नामेंट में तीन बार एक-दूसरे से भिड़ सकती हैं। एशिया कप 2025 की तारीखें एसीसी की 24 जुलाई को ढाका में हुई बैठक के बाद तय की गईं, जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने की थी। भारतीय बोर्ड द्वारा पड़ोसी देश में राजनीतिक स्थिति के कारण बांग्लादेश की यात्रा करने से इनकार करने के बाद बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने वीडियो कॉल के माध्यम से किया।
एशिया कप 2025 का शेड्यूल आते ही भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर क्यों बवाल?
एशिया कप 2025 की तारीखों की घोषणा के बाद से ही पूर्व क्रिकेटरों ने भारत-पाकिस्तान मुकाबले पर अपनी आवाज उठाई। पहलगाम हमले के बाद दोनों देश युद्ध के कगार पर आ गए थे, जिसका भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ जवाब दिया था। इस बीच संसद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कड़े शब्दों में विरोध जताया है और उन्होंने कहा कि जिसकी अंतरात्मा जिंदा है वह पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं देख सकते।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि हालिया तनाव के बावजूद बीसीसीआई ने एशिया कप 2025 के साथ आगे बढ़ने का फैसला क्यों किया? इसका जवाब भारत की 2036 ओलंपिक की मेजबानी की बोली है। हालांकि, भारत एक दशक से अधिक समय से पाकिस्तान के साथ किसी भी खेल में कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता है, लेकिन बहुपक्षीय प्रतियोगिताओं में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ भारत का कोई आपत्ति न होना, 11 साल में ओलंपिक खेलों की मेजबानी का अधिकार प्राप्त करने के लिए एक आवश्यकता माना जाता है।
यही नहीं, हाल ही में भारत सरकार ने पाकिस्तान हॉकी टीमों को इस साल के अंत में देश में होने वाले एशिया कप और जूनियर विश्व कप में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी है। ऐसे में बीसीसीआई के किकेट के लिए तैयार होना आसान हो गया। देखा जाए तो एक तरफ सरकार के खेल मंत्रालय के सूत्र दावा करते हैं कि खेल विधेयक के तहत बीसीसीआई नहीं आता है, इसलिए खेल मंत्रालय क्रिकेट मैच को लेकर दखल नहीं दे सकता, लेकिन हॉकी तो उसकी सीमा में है तो पाकिस्तान के साथ एशिया कप और जूनियर विश्व कप में खेलने की छूट क्यों? सरकार कम से कम इसे तो रोक ही सकती थी।
इस बीच भारत टूर्नामेंट में पाकिस्तान का सामना संभवतः तीन बार कर सकता है। लीग चरण के बाद ग्रुप से टॉप दो टीमें सुपर-फोर के लिए क्वालीफाई करेंगी। सुपर-फोर में शीर्ष दो टीमें फाइनल खेलेंगी। 14 सितंबर को ग्रुप-ए में भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद सुपर-फोर में चिर-प्रतिद्वंद्वियों के फिर से भिड़ने की उम्मीद है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत-पाकिस्तान फाइनल की संभावना है। यहां बताना जरूरी है कि पिछले संस्करण में यह आयोजन 50 ओवर के प्रारूप में था, लेकिन अगले साल भारत में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारी के लिए इस साल के टूर्नामेंट को छोटे प्रारूप के आयोजन के रूप में निर्धारित किया गया था। एशिया कप 2025 का फाइनल 28 सितंबर को होगा। हालांकि, अभी तक स्थानों का फैसला नहीं हुआ है।