दुनिया का सबसे मनहूस गाना, जिसे सुनकर 100 से ज्यादा लोगों ने दे दी जान! 62 साल बैन रहा, सिंगर ने भी किया सुसाइड

जब भी हम उदास या खुश होते हैं, किसी शादी या पार्टी में, किसी त्योहार या उत्सव में, सबसे पहले हमें गानों की आवाज सुनाई देती है। हर किसी की गानों के प्रति अलग-अलग पसंद होती है, कुछ लोगों को पुराने और शांत गाने पसंद आते हैं, तो कुछ तेज म्यूजिक वाले पॉप गाने सुनना पसंद करते हैं। लेकिन क्या हो जब कोई गाना सुनने के बाद आपका मन खुदकुशी करने का करे? 1933 में रेजसो सेरेस नाम के एक संगीतकार ने ‘ग्लूमी संडे’ नाम का एक गाना लिखा था।
हॉलीवुड गाने से गई 100 लोगों की जान
शुरुआत में कई लोगों ने ‘ग्लूमी संडे’ को रिकॉर्ड करने से मना कर दिया था। हालांकि, बाद में 1935 में इस गाने को रिकॉर्ड करके रिलीज किया गया। इस गाने के रिलीज होते ही हंगरी में आत्महत्याओं की संख्या अचानक बढ़ने लगी। कई मामलों में, यह गाना लोगों के आस-पास बजता हुआ पाया गया, या उनके सुसाइड नोट में इस गाने का जिक्र था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत में इस गाने की वजह से करीब 17 लोगों की जान चली गई थी। बाद में यह संख्या 100 के करीब पहुंच गई। हालात इतने बिगड़ गए कि साल 1941 में सरकार को इस गाने पर बैन लगाना पड़ा।
62 साल बाद हटा बैन, सिंगर ने की आत्महत्या
करीब 62 साल बाद यानी साल 2003 में इस गाने पर से बैन हटा लिया गया। लेकिन तब तक कई लोगों की जान जा चुकी थी। रेज्सो सेरेस की गर्लफ्रेंड ने भी इस गाने को सुनने के बाद आत्महत्या कर ली थी। सबसे हैरानी की बात ये है कि रेज्सो सेरेस ने भी अपनी मौत के लिए वही दिन चुना, जिसका जिक्र गाने में था, यानी रविवार। रेज्सो सेरेस ने जनवरी 1968 में बुडापेस्ट में आत्महत्या कर ली थी। वह एक खिड़की से कूदकर बच गए थे, लेकिन बाद में अस्पताल में उन्होंने एक तार से गला घोंटकर जान दे दी। कहा जाता है कि इस गाने के बोल इतने दुख भरे थे कि उनमें मौत को सुकून और जिंदगी को दर्द बताया गया था।
‘ग्लूमी संडे’ फिल्म भी रिलीज हुई
गायक की आवाज में इतना दर्द था कि सुनने वाला रो पड़ता था। इसके बावजूद इस गाने को 28 भाषाओं में 100 से ज्यादा गायकों ने गाया। इनमें सबसे मशहूर वर्जन बिली हॉलिडे ने अंग्रेजी में गाया था, जिस पर बाद में बैन लगा दिया गया। इस गाने की कहानी पर आधारित फिल्म ‘ग्लूमी संडे’ 1999 में हंगरी और जर्मनी में भी रिलीज हुई थी।