क्या तुम्हें सचमुच फिर कभी नहीं देख…, रक्षा बंधन पर सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति के छलके आंसू

रक्षा-बंधन पर सुशांत सिंह राजपूत को याद करते हुए उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने एक इमोशनल नोट लिखा है जिसमें उन्होंने अपने दिवंगत भाई के लिए कई सारी बातें कही हैं। इंस्टाग्राम पर उन्होंने भाई के साथ बिताए बहनों के कुछ खूबसूरत पलों का वीडियो भी शेयर किया है। श्वेता ने कहा कि वह आज भी उन्हें अपने आस-पास ही महसूस कर सकती हैं।
इस वीडियो में सुशांत अपनी बहनों के साथ मस्ती वाले पलों को इंजॉय करते दिख रहे हैं। इनमें से कुछ झलकियां श्वेता की शादी की भी हैं, जब सुशांत उनके साथ-साथ खड़े थे।
‘हम दोनों की प्रोग्रामिंग सेम थी’
वीडियो में श्वेता के इंटरव्यू की भी झलक है जिसमें वो कह रही हैं, ‘हम दोनों की प्रोग्रामिंग सेम थी…क्योंकि हमलोग हमेशा ही साथ में रहते थे, खाना साथ में, खेलना साथ में, सोना साथ में…सबकुछ ही साथ में। वो बहुत हैप्पी टाइप का पर्सन था।’
‘कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे तुम कभी गए ही नहीं’
इसी वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा है, ‘कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे तुम कभी गए ही नहीं। तुम अब भी यहीं हो, बस परदे के पीछे, चुपचाप देख रहे हो और फिर, अगले ही पल, दर्द होने लगता है। क्या मैं तुम्हें सचमुच फिर कभी नहीं देख पाऊंगी? क्या तुम्हारी हंसी बस एक एको बनकर रह जाएगी? तुम्हारी आवाज, एक धुंधली याद जो मैं समझ नहीं पा रही हूं?
‘तुम्हें खोने का दर्द इतना गहरा कि उसके आगे शब्द कम पड़ जाते हैं’
उन्होंने आगे लिखा, ‘तुम्हें खोने का दर्द इतना गहरा, इतना कच्चा है कि उसके आगे शब्द सिकुड़ जाते हैं। ये मेरे अंदर चुपचाप रहता है, इतना पवित्र कि जोर से बयां नहीं किया जा सकता, इतना विशाल कि उसे समेटा नहीं जा सकता और हर गुजरते दिन के साथ, यह गहरा होता जाता है। कड़वाहट से नहीं, बल्कि क्लैरिटी से, यह बताता है कि यह भौतिक संसार कितना नाजुक है। हमारे मोह कितने नाज़ुक हैं और कैसे केवल ईश्वर ही शरण देते हैं।
‘मैं यहीं हूं, अपने दिल में तुम्हारी कलाई पर राखी बांध रही हूं’
श्वेता ने आगे लिखा है, ‘मुझे पता है हम फिर मिलेंगे, भाई। दूसरी तरफ, कहानियों से परे, समय से परे, जहां आत्माएं एक-दूसरे को नामों से नहीं बल्कि प्रेम की खामोश भाषा से पहचानती हैं। तब तक, मैं यहीं हूं, अपने दिल में तुम्हारी कलाई पर राखी बांध रही हूं। यही दुआ करती हूं कि तुम जहां भी हो, खुशी, शांति और रोशनी से लिपटे रहो।
अलविदा, जब तक हम फिर से न मिलें।
मेरे सारे प्यार के साथ,
गुड़िया दी
आत्महत्या के लिए सुशांत को उकसाने का कोई सबूत नहीं
बताते चलें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को बांद्रा में अपने घर पर रहस्यमयी तरीके से मृत पाए गए थे। कहा जा रहा था कि पहली नजर में मामला सुसाइड का था लेकिन बाद में मर्डर की आशंका जताते हुए परिवार की मांग के बाद इस मामले की जांच को CBI को सौंपा गया। हाल ही में CBI की आखिरी रिपोर्ट में मौत की असल वजह सुसाइड ही बताई गई है। ठीक 4 साल 6 महीने 15 दिन बाद CBI ने इस मामले में फाइनल क्लोजर रिपोर्ट फाइल की जिसमें एजेंसी ने बताया कि आत्महत्या के लिए सुशांत को उकसाने का कोई सबूत नहीं मिला।