कंपनी बंद होने के बाद भी सेफ रहेगा आपका पैसा! BluSmart मामले के बाद RBI की ई-वॉलेट्स पर नजर

नई दिल्ली: ऑल-इलेक्ट्रिक वाहन (EV) टैक्सी सर्विस BluSmart के अचानक बंद होने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) इलेक्ट्रिक वीइकल (EV) कंपनियों से जुड़े कुछ डिजिटल वॉलेट्स की बारीकी से जांच कर रहा है। इसकी वजह ये है कि ब्लूस्मार्ट के बंद होने से यूजर्स अपने अकाउंट में फंसे पैसे नहीं निकाल पा रहे थे। कंपनी पर धोखाधड़ी के आरोपों के बाद हुए इन घटनाक्रमों ने उन यूजर्स के लिए सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है, जो ऐप पर लेनदेन करने के लिए ‘क्लोज्ड लूप वॉलेट’ में पैसे डालते हैं। इन वॉलेट्स में पैसा डालकर लोग ऐप के जरिए टैक्सी बुक करते हैं या चार्जिंग स्टेशन पर भुगतान करते हैं।
ब्लूस्मार्ट का ई-वॉलेट एक ‘क्लोज्ड लूप’ वॉलेट था। इसका मतलब है कि इसमें डाला गया पैसा सिर्फ उसी ऐप के अंदर ही इस्तेमाल हो सकता है। ये क्लोज्ड लूप वॉलेट्स भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल सर्विस इकोसिस्टम में बहुत बढ़ गए हैं। आरबीआई द्वारा रेगुलेट किए जाने वाले ओपन सिस्टम वॉलेट्स के उलट, इन पर सेंट्रल बैंक की सीधी निगरानी नहीं होती। इससे प्लैटफॉर्म के फेल होने पर ये ज्यादा असुरक्षित हो जाते हैं।