ट्रम्प से विवाद के बावजूद डील को तैयार जेलेंस्की:कहा- अमेरिका बुलाएगा तो दोबारा जाऊंगा

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वे अमेरिका-यूक्रेन मिनरल्स डील पर दस्तखत करने के लिए तैयार हैं। जेलेंस्की ने लंदन में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि वे पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बहस के बाद भी अमेरिका के साथ बातचीत करने को इच्छुक हैं।

जेलेंस्की ने कहा कि व्हाइट हाउस में हुई उस घटना का अमेरिका या यूक्रेन को नहीं, बल्कि सिर्फ रूसी राष्ट्रपति पुतिन को फायदा पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे मिनरल डील के लिए बुलाया जाता है तो मैं व्हाइट हाउस वापस जाऊंगा।

सुरक्षा गारंटी की शर्त फिर से रखी

जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी की मांग सुनी जाएगी। दोनों पक्ष इस पर सहमत होते हैं तो डील पर दस्तखत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे बस चाहते हैं कि यूक्रेन का पक्ष भी सुना जाए। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे साझेदार याद रखें कि इस जंग में हमलावर कौन है।

जेलेंस्की ने सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि हम अमेरिका की अहमियत को समझते हैं। ऐसा कोई भी दिन नहीं गुजरा, जब हमने अमेरिका का एहसान न माना हो।

जेलेंस्की ने फिर कहा कि हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि शांति के लिए सुरक्षा गारंटी जरूरी है। यह पूरे यूरोप की स्थिति है।

जेलेंस्की-ट्रम्प की बहस के बाद डील कैंसिल हुई

जेलेंस्की 28 फरवरी को ट्रम्प के साथ मिनरल्स डील पर साइन करने के लिए अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन ट्रम्प से मुलाकात के दौरान उनकी बहस हो गई। इसके बाद जेलेंस्की समझौते किए बिना ही लंदन चले गए थे।

जेलेंस्की से जब पत्रकारों ने पूछा कि ट्रम्प और वेंस से बहस के बाद अब वे कैसे इसे ठीक करेंगे तो उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूक्रेन के बीच रिश्ते जारी रहेंगे। जेलेंस्की ने कहा कि अगर यूक्रेन को अमेरिका से मदद मिलना बंद हो जाती है तो इसका फायदा सिर्फ रूस को ही मिलेगा।

इससे पहले रविवार को ही जेलेंस्की ने कहा था कि रूस के कब्जे किए हुए किसी भी यूक्रेनी इलाके को हम मान्यता नहीं देंगे। जेलेंस्की ने कहा कि हमारी जमीन बिक्री के लिए नहीं है। हमारी आजादी बिक्री के लिए नहीं है। हम इस चीज के लिए बहुत बड़ी कीमत चुका रहे हैं। रूस ने हम पर ये सब थोपा है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस के साथ जंग के अंत तक पहुंचने के लिए अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है।

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