कोरोना पीड़ित मेहनत कम करें, रिस्क है; हार्ट अटैक पर बोले मांडविया

अहमदाबाद
 गुजरात में हार्ट अटैक के मामलों से हाहाकार की स्थिति के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बड़ा बयान दिया है। गुजरात के दौरे पर पहुंचे मांडविया ने कहा कि कोविड पीरियड में जिन लोगों को संक्रमण हुआ था। उन्हें जरूरत से अधिक मेहनत नहीं करने की सलाह दी है। मांडविया ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अध्ययन का हवाला देते हुआ है कि ऐसे लोगों को कम से कम दो साल साल वर्क आउट और भाग दौड़ से बचने और दूर रहने की जरूरत है। गुजरात में लगातार हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं। यूपी की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने पिछले हफ्ते अपने दौरे में कहा था कि सरकार हार्ट अटैक के मामलों का विश्लेषण करें। राज्य में नवरात्रि उत्सव के दौरान गरबा में भी हार्ट अटैक से मौतें सामने आई थीं।

स्वास्थ्य मंत्री की सलाह
भावनगर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि जिन लोगों को सीवियर कोविड हुआ था उन लोगों को सख्त मेहनत से कुछ समय के लिए परहेज करना चाहिए। मांडविया ने कहा कि वे व्यक्ति जो पूर्व में गंभीर रूप से कोविड-19 संक्रमण का शिकार हुए थे उन्हें दिल के दौरे से बचने के लिए एक या दो साल तक जरूरत से ज्यादा परिश्रम नहीं करना चाहिए। राज्य में हाल ही में दिल संबंधी समस्याओं की वजह से बहुत से लोगों की मौत हुई है, जिसमें नवरात्रि महोत्सव के दौरान 'गरबा' खेलते वक्त हुई घटनाएं भी शामिल हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भावनगर पहुंचे थे। मीडिया के हार्ट अटैक के मामले बढ़ते मामलों पर पूछे गए सवाल के जवाब में मनसुख मांडविया ने आईसीएमआर की स्टडी को हवाला दिया। उन्होंने यह भी कहा कि आईसीएमआर की यह स्टडी काफी विस्तृत है। गुजरात की बात करें तो सर्वाधिक हार्ट अटैक के मामले सौराष्ट्र से ही सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया खुद सौराष्ट्र से आते हैं।

मंडाविया ने संवाददाताओं से कहा, "आईसीएमआर ने डिटेल स्टडी की है। इस स्टडी के अनुसार, जो लोग गंभीर कोविड​-19 संक्रमण से पीड़ित रहे हैं, उन्हें अधिक मेहनत वाले काम नहीं करने चाहिए। उन्हें थोड़े समय के लिए, जैसे कि एक वर्ष या जरूरत से ज्यादा कसरत, दौड़ने और भारी व्यायाम से दूर रहना चाहिए, ताकि दिल के दौरे से बचा जा सके।” 

अपनी हालिया यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की थी।

दिल का दौरा पड़ने से मरने वालों में खेड़ा जिले के 12वीं कक्षा के छात्र वीर शाह, अहमदाबाद के 28 वर्षीय रवि पांचाल और वडोदरा के 55 वर्षीय शंकर राणा शामिल थे।

संयोग से, नवरात्रि उत्सव शुरू होने से पहले, राज्य स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने एक अधिसूचना के माध्यम से, गरबा कार्यक्रम आयोजकों के लिए प्रतिभागियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर एक एम्बुलेंस और एक मेडिकल टीम तैनात करना अनिवार्य कर दिया था।

 

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