ऐपल ने बयान जारी कर बताई सच्चाई, नोटिफिकेशन से जुड़ा मामला- सच में हैक हुआ विपक्षी नेताओं का फोन?

नई दिल्ली  

विपक्षी नेताओं द्वारा हैकिंग को लेकर किए गए दावे पर ऐपल की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। फोन निर्माता कंपनी ने कहा है कि वह किसी राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं कर सकती है। कंपनी ने यह भी कहा है कि ऐसा संभव है कि ऐपल की कुछ थ्रेट नोटिफिकेशंस, झूठी चेतावनी भी हो सकती हैं। गौरतलब है कि विपक्ष के कुछ नेताओं, कांग्रेस शशि थरूर, शिवसेना यूबीटी की प्रियंका चतुर्वेदी और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी समेत कई अन्य सांसदों ने फोन हैक किए जाने के दावे किए हैं।

वजह बताने से इनकार
ऐपल के टेक्निकल सपोर्ट पेज की तरफ से इस बारे में एक संक्षिप्त बयान जारी किया गया। इसमें बताया कि सरकार प्रायोजित हैकर्स को पूरी तरह से सपोर्ट रहता है। इसके अलावा उनके काम-काज का तरीका भी सोफिस्टिकेटेड होता। बयान में आगे कहा गया है कि इस तरह के अटैक्स में थ्रेट इंटेलीजेंस सिग्नल्स को डिटेक्ट कर पाना आमतौर पर अधूरा होता है। कंपनी ने आगे कहा कि संभव है कि ऐपल की कुछ सूचनाएं झूठी चेतावनी हो सकती हैं। ऐसी सूचनाएं जारी करने की वजह हम नहीं बता सकते हैं। कंपनी ने कहा कि अगर हमने वजह बताई तो भविष्य में हैकर्स को बचने में मदद मिल सकती है।

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