धीरेंद्र शास्त्री ने फिर की हिन्दू राष्ट्र का आह्वान, कहा- मोबाइल देखने से हिंदू राष्ट्र नहीं बनने वाला

खंडवा
खंडवा पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने यहाँ के मंच से एक बार फिर हिंदू राष्ट्र का आह्वान किया है। खंडवा जिले के हरसूद में श्री हनुमंत और श्री राम कथा सुनाने आये पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने व्यास पीठ से हिन्दू राष्ट्र का आह्वान किया । शास्त्री ने कहा कि तुम हमारा साथ दो हम मिलकर तुम्हें हिंदू राष्ट्र देंगे। फिर उन्होंने कथास्थल पर मौजूद विशाल जनसमूह से पूछा कि कौन–कौन भारत हिन्दू राष्ट्र चाहता है? लिख दो दिवारों पर। मोबाइल देखना बंद करो, मोबाइल पर हिंदू राष्ट्र नहीं बनने वाला। आओ घर से बाहर निकलकर भारत हिन्दू राष्ट्र की पहल प्रारंभ करते है।

खंडवा जिले में प्रदेश के वन मंत्री और हरसूद विधायक विजय शाह के विशेष आमंत्रण पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और कथा वाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों अपने दो दिनी प्रवास पर कथा वाचन करने हरसूद पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने हरसूद में भक्तों को श्री हनुमंत और श्री राम कथा सुनाई। कथा के साथ ही साथ शास्त्री जी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में ही व्यास पीठ से हिन्दू राष्ट्र का आह्वान कर दिया। उन्होंने मंच से विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि तुम हमारा साथ दो हम मिलकर तुम्हे हिन्दू राष्ट्र देंगे। उन्होंने व्यास पीठ से ही बोलते हुए जनसमूह से पूछा कि कौन कौन भारत हिन्दू राष्ट्र चाहता है ?

जिस पर सभा में सभी ने इस पर सहमति दिखाई तो वहीँ शास्त्री जी ने आह्वान करते हुए कहा कि "लिख दो दीवारों पर, मोबाइल-वोबाइल देखना बंद कर दो। मोबाइल पर हिन्दू राष्ट्र नहीं बनना है। आओ घर से बाहर निकलकर भारत हिन्दू राष्ट्र की पहल प्रारम्भ करते हैं।" अपने आह्वान के बाद पीठाधीश्वर ने जनसभा से एक बार फिर से सवाल किया कि कौन कौन इस मुहिम में सम्मिलित है ? तब जनसमूह ने हाँ में जवाब दिया तो शास्त्री जी ने दो से तीन बार सभा से फिर से पूछा की पक्का ? पक्का ?

बता दें कि इन दिनों खंडवा जिले की हरसूद विधानसभा में प्रदेश के वनमंत्री और बागेश्वर धाम की कथा के जजमान विजय शाह द्वारा कथा वाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का दो दिवसीय आयोजन करवाया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर कथा श्रवण कर रहे हैं और दिव्य दरबार में अपनी समस्याओं का हल बागेश्वर धाम बाबा से जान रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button