जब दूसरे पैसे लगाने से डर रहे हों तो आप लालची बन जाइए, आखिर वॉरेन बफे ऐसा क्यों कहते हैं

मुंबई: इन दिनों भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Exchange) में जबरदस्त उठा-पटक चल रही है। जब शेयर बाजार में तेज गिरावट आती है, तो निवेशकों में घबराहट फैल जाती है और कई निवेशक तो जल्दबाजी में फैसले लेने लगते हैं। ऐसी स्थिति में घबराकर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में योगदान बंद करना या जितने साल का लक्ष्य है, उस समय से पहले अपने निवेश को भुनाना निवेशकों को एक सुरक्षित कदम की तरह लग सकता है। लेकिन वास्तव में यह आपके फाइनेंशियल हेल्थ के लिए नुकसानदायक है।