क्या फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कोकीन छिपा रहे थे? वायरल वीडियो में दिख रहे दुनिया के 3 ताकतवर नेता, जानें सच

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं। उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कैमरे के सामने एक सफेद पाउच छिपाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर दावे किए जा रहे हैं कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति कोकीन छिपा रहे हैं। हालांकि फ्रांसीसी मीडिया ने इसे ‘बेतुकी साजिश’ बताकर सिरे से खारिज कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक ये वीडियो उस वक्त है जब फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों यूक्रेन जाने के लिए ट्रेन में थे और उनके साथ जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और ब्रिटेन के प्रधाननमंत्री कीर स्टारमर भी थे।
तुर्किये टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह अफवाह रूस के विदेश मंत्रालय ने शुरू की थी। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाया कि मैक्रों, मर्ज और स्टारमर ने यूक्रेन की अपनी हालिया यात्रा के दौरान ड्रग्स का सेवन किया था। ये तीनों नेता शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में उच्च-स्तरीय बैठकों में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने पोलैंड की यात्रा भी एक साथ की थी। आपको बता दें कि पश्चिमी देशों के गणमान्य व्यक्तियों के कीव पहुंचने के लिए यही एक सामान्य मार्ग है। इस वीडियो में दिख रहा है कि मीडिया के कैमरों के सामने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों एक पाउच को टेबल से छिपाकर अपनी हाथों में रख रहे हैं। लेकिन जर्मन चांसलर मर्ज के सामने एक सफेद वस्तु दिखाई दे रही है, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स कोकीन का चम्मच बता रहे हैं।
जखारोवा ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में इस फुटेज का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि ‘एक फ्रांसीसी, एक अंग्रेज और एक जर्मन’ ने कोकीन का इस्तेमाल किया और पत्रकारों के आने से पहले सामान हटाना भूल गए। जखारोवा के बयान में जेलेंस्की पर भी निशाना साधा गया है। उन्होंने उन्हें ‘अस्थिर कोकीन एडिक्ट’ बताया। उन्होंने दावा किया कि एक पश्चिमी राजनयिक ने एक बार उनसे कहा था, कि यूरोपीय नेताओं के बीच ड्रग्स का इस्तेमाल ‘सामान्य’ माना जाता है। फ्रांसीसी मीडिया लिबरेशन ने कहा कि वह वास्तव में एक टिश्यू पेपर था। हाई क्वालिटी तस्वीरों में इसे देखा जा सकता है। मर्ज के सामने की वस्तु एक टूथपिक या स्टिरर हो सकती है। लिबरेशन ने कहा, "ये साजिश के आरोप इस धारणा के मुताबिक हैं कि पश्चिमी अभिजात वर्ग भ्रष्ट हैं और बिना सोचे-समझे युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं।"