ग्रैप लागू होने से पहले केजरीवाल और सचदेवा का आमना सामना

गाजीपुर
दिल्ली में ग्रैप होने से एक दिन पहले कूड़े पर सियासी घमासान छिड़ गया है। शनिवार को सीएम अरविंद केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट पहुंचे और दावा किया कि दिल्ली के तीनों लैंडफिल साइट लक्ष्य से पहले खत्म हो जाएंगे। इन जगहों पर कूड़ा निस्तारण के लिए सुविधाओं को और तेज किया जाएगा। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गाजीपुर लैंडफिल साइट का मुआयना कर आरोप लगाया है कि बीते आठ महीने से गाजीपुर लैंडफिल से कूड़ा निस्तारण ही बंद है।
भलस्वा लैंडफिल साइट पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने वादा किया था कि दिल्ली में मौजूद कूड़े के पहाड़ हटाएंगे। इस काम में हम दिन-रात लगे हुए हैं। भलस्वा लैंडफिल साइट से 30 सितंबर तक 14 लाख टन कूड़ा हटाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन एजेंसी ने तय लक्ष्य से अधिक 18 लाख टन कूड़ा हटा दिया है। ऐसे में उम्मीद है कि 15 मई 2024 तक निर्धारित लक्ष्य 30 लाख टन के बजाय 45 लाख टन कूड़ा कम हो जाएगा। साइट पर करीब 60 से 65 लाख टन कूड़ा है। इसके अलावा रोजाना दो हजार टन नया कूड़ा भी आ रहा है। इसके लिए एक और एजेंसी हायर करने की प्रक्रिया चल रही है।

दूसरी एजेंसी हायर करने की प्रक्रिया लगभग पूरी
सीएम ने कहा कि दूसरी एजेंसी हायर करने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। एमसीडी में अभी स्टैंडिंग कमेटी अस्तित्व में नहीं है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आएगा, उसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव होंगे। स्टैंडिंग कमेटी के बिना सिफारिश के टेंडर नहीं किया जा सकता है, इसलिए यह कानूनी प्रक्रिया में फंसा हुआ है। इसका कुछ समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है। भलस्वा लैंडफिल साइट की 72 एकड़ जमीन है। एमसीडी की मेयर ने कहा कि साइट पर 22 ट्रोमल मशीनें काम कर रही हैं। बेल्जियम की दो मोबाइल स्कैलपर्स कार्य कर रही है, इनकी क्षमता 100 टन प्रति घंटा है। संयंत्र संचालन-अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 47 मोबाइल एक्स्कवेटर मशीन काम कर रही है।

मुख्यमंत्री और मेयर ने नहीं बनाई कोई ठोस योजना
भाजपा ने आरोप लगाया कि गाजीपुर लैंडफिल पर आठ माह से कूड़ा निस्तारण का काम बंद है। शनिवार को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, पार्टी नेताओं, निगम पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ गाजीपुर लैंडफिल साइट पहुंचे। उन्होंने कहा कि यहां आठ माह से कूड़ा निस्तारण कार्य ठप पड़ा है। निगम चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने पूरी दिल्ली में दावे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद से स्थिति उलट है। गाजीपुर से अधिक से अधिक 800 से 1000 मीट्रिक टन कूड़े का रोजाना निस्तारण होता है और रोजाना करीब 2500 मीट्रिक टन गीला बदबूदार कूड़ा नया डल रहा है। ऐसे में कूड़े का नया पहाड़ बन रहा है।

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