बुदनी से सीएम शिवराज ने पांच बार लड़ा चुनाव, हर बार तोड़ते हैं अपना रिकॉर्ड

बुदनी

देश में वर्ल्डकप और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है. क्रिकेट की पिच पर जैसे सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड अब तक नहीं टूट सके हैं, ठीक उसी तरह मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुदनी विधानसभा में उनके रिकॉर्ड को अब तक कोई तोड़ नहीं सका है. शिवराज सिंह चौहान खुद ही इस बार बुदनी विधानसभा में अपने रिकॉर्ड को तोड़ने आ रहे हैं.

बता दें कि बुदनी विधानसभा से सीएम शिवराज सिंह चौहान पांच बार चुनाव लड़ चुके हैं. बुदनी विधानसभा से यूं तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के प्रत्याशी चुनाव जीतते आ रहे हैं, लेकिन 2003 के बाद से ही बुदनी बीजेपी का गढ़ बन गई है.

2003 से अब तक के चुनाव
दरअसल, 2003 में राजेन्द्र सिंह राजपूत बीजेपी के निशान से चुनाव लड़े और जीते. हालांकि, 2006 में पोल द्वारा यहां चुनाव हुए और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यहां से जीत दर्ज की. इसके बाद से लगातार सीएम शिवराज ही यहां से बीजेपी प्रत्याशी बनते आ रहे हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने सीएम शिवराज को ही प्रत्याशी बनाया है. 2003 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से राजेन्द्र सिंह राजपूत को प्रत्याशी बनाया था, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल पर विश्वास जताया था. राजेन्द सिंह राजपूत को इस चुनाव में 58 हजार 52 मत प्राप्त हुए थे, जबकि राजकुमार पटेल को 47 हजार 616 मत मिले थे.

इस तरह राजेन्द्र सिंह राजपूत ये चुनाव 10 हजार 436 मतों से जीत गए थे. वहीं 2006 में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया था और कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को प्रत्याशी बनाया. शिवराज सिंह चौहान को यहां से 66 हजार 689 मत मिले थे, वहीं राजकुमार पटेल को 30 हजार 164 मत मिले. शिवराज सिंह चौहान ये चुनाव 36 हजार 525 वोट से जीते थे. वहीं 2008 के चुनाव में फिर बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया, जबकि कांग्रेस ने महेश सिंह राजपूत को प्रत्याशी बनाया. शिवराज को इस चुनाव में 75 हजार 828 वोट मिले थे, जबकि महेश राजपूत को 34 हजार 303 वोट मिले. इस तरह शिवराज यह चुनाव 41 हजार 526 मतों से जीते थे.

2018 चुनाव में मिले थे इतने वोट
2013 के चुनाव में बीजेपी ने फिर शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया, जबकि कांग्रेस ने महेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाया. शिवराज सिंह चौहान को 1 लाख 28 हजार 730 मत मिले थे, जबकि महेन्द्र सिंह चौहान को 43 हजार 925 वोट मिले. शिवराज ने यह चुनाव 84 हजार 805 मतों से जीता था. 2018 के चुनाव में बीजेपी की ओर से शिवराज सिंह चौहान प्रत्याशी बनाए गए, जबकि कांग्रेस की ओर से पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव को प्रत्याशी बनाया.

इस चुनाव में शिवराज को 1 लाख 23 हजार 492 वोट मिले थे, जबकि अरुण यादव को 64 हजार 493 वोट प्राप्त हुए थे. शिवराज सिंह चौहान ने यह चुनाव 58 हजार 999 मतों से जीता था.

अब तक सीएम शिवराज की जीत
बुदनी विधानसभा से शिवराज सिंह चौहान ने पहला चुनाव 1990 में लड़ा था. शिवराज सिंह चौहान को इस चुनाव में 43 हजार 948 मत प्राप्त हुए थे, जबकि कांग्रेस के हरी सिंह को 21 हजार 138 वोट मिले थे. शिवराज सिंह चौहान ने यह चुनाव 22 हजार 810 वोटों से जीता था. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपना ही रिकार्ड तोड़ते हुए 2006 के उप चुनाव में 36 हजार 525 वोटों से चुनाव जीता, 2008 के चुनाव में 41 हजार 526, 2013 के चुनाव में 84 हजार 805 और 2018 का चुनाव 58 हजार 999 मतों से जीता. अब तक 2023 में फिर से शिवराज सिंह चौहान प्रत्याशी है. अब देखना यहा होगा कि, इस बार सीएम शिवराज सिंह चौहान अपना रिकॉर्ड तोड़ पाते हैं या नहीं.

 

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