बचा ले अपनी जान : आप जिसे गैस का दर्द समझ रहे कहीं वो Heart Attack का लक्षण तो नहीं

नईदिल्ली

आजकल बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल, स्ट्रेस और खानपान की गलत आदतें व्यक्ति को कम उम्र में ही हार्ट अटैक जैसे जानलेवा बीमारी का शिकार बना रही हैं। हाल ही में मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई है। ऐसे में लोगों के मन को एक सवाल बेहद परेशान कर रहा है कि आखिर छाती में होने वाला हार्ट अटैक का दर्द कैसे गैस या एसिडिटी के दर्द से अलग होता है। खुद को सुरक्षित रखने के लिए लोगों को यह अंतर समझना बेहद जरूरी है कि एसिटिडी और गैस होने पर व्यक्ति को किस तरह का दर्द महसूस होता है और यह दर्द कैसे हार्ट अटैक के दौरान होने वाले दर्द से अलग है। आइए आप भी अपने इस कन्फ्यूजन को दूर करते हुए इस फर्क को जानें।

गैस का दर्द और हार्ट अटैक में होने वाले दर्द में अंतर-
हार्ट पेन के लक्षण-
-छाती में दर्द के साथ दबाव
-हल्का-हल्का महसूस करना या उबकाई आना
-घबराहट होना
-सांस लेने में दिक्कत

सीने में गैस के दर्द के लक्षण-
गैस में होने वाला दर्द अक्सर सीने के साथ-साथ पेट में भी होता है, इसके साथ पेट में सूजन, खट्टी डकार, भूख न लगना और मन मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है।

गैस की वजह से क्यों होता है छाती में दर्द-
बासी या दूषित खाना खा लेने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिससे सीने में गैस के बनती है और दर्द भी हो सकता है। साथ ही उल्टी और दस्त भी हो सकते है।

हार्ट अटैक और गैस के दर्द में फर्क-
-गैस के दर्द में आपको चेस्ट ही नहीं सिर में दर्द भी होता है, लेकिन हार्ट अटैक के दौरान ये दर्द चेस्ट में बाई और होता है और ये दर्द काफी तेज होता है।
-गैस का दर्द मुख्यतः खानपान की वजह से होता है, वहीं हार्ट अटैक हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, स्ट्रेस और डायबिटीज की वजह से आ सकता है।
-पेट अगर खाली है, तो भी आपको गैस का दर्द तंग कर सकता है, लेकिन धमनियों के ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक आता है और सीने में दर्द शुरू हो जाता है।

 

 

लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं हार्ट अटैक के लक्षण 

65 वर्षीय जैन मैरी ब्राउन के लिए, जो पूरी तरह स्वस्थ थीं, उनके लिए 47 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ना एक दूर की बात थी. उनका कोलेस्ट्रॉल बिलकुल परफेक्ट था. वो खुद बताती हैं, ''एक दिन मैं सुबह सोकर उठी और मैंने महसूस किया कि मुझे सीने में जलन हो रही है जिसकी वजह मुझे समझ नहीं आ रही है. यह दर्द मेरे गले के नीचे भोजन की नली में हो रहा था.''

वो कहती हैं, ''मुझे ऐसा दर्द महसूस हो रहा था जैसे कोई मेरे गले के नीचे कोक की बोतल डालने की कोशिश कर रहा हो.'' 

उन्होंने एक कोरा पर एक लंबी पोस्ट में अपने लक्षणों का वर्णन करते हुए बताया, ''इसके बाद मैं एक दिन ब्लड टेस्ट की लैब में प्रतीक्षा कर रही थी. अचानक मुझे बहुत पसीना आने लगा. मैं कार से बाहर निकली और सोचा कि शायद सुबह की ठंडी हवा में मुझे राहत महसूस होगी, लेकिन जब मैं खड़ी हुई तो मुझे बहुत कमजोरी महसूस हुई. कुछ मिनटों के बाद मेरा सांस लेना मुश्किल हो गया. यह अचानक मेरे दिमाग में आया कि शायद मुझे दिल का दौरा पड़ रहा है. किसी को भी सीने में दर्द को पेट या गैस का दर्द समझकर अनदेखा नहीं करना चाहिए.'' 

जैन को उस समय कोरोनरी आर्टरी स्पैस्म (coronary artery spasm) हुआ था जिसमें दिल तक खून सप्लाई करने वाली धमनियों में संकुचन होने लगता है. ये कंडीशन हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती है.

उन्होंने आगे कहा, ''मैं अब 64 साल की हो गई हूं, तब से मुझे कोई समस्या नहीं हुई है. कोरोनरी आर्टरी स्पैस्म से बचने के लिए ब्लड प्रेशर की दवा लेती हूं.''

हार्ट अटैक से पहले हुई सीने में अचानक जकड़न 

एक और व्यक्ति रे ब्रायन ने भी अपने अनुभव शेयर करते हुए लिखा, ''मुझे एक दिन सीने में जकड़न महसूस हुई, जिसे दिल के दौरे के क्लासिक लक्षणों में से एक माना जाता है. यह कार चलाते वक्त हुआ. मुझे बहुत कमजोरी महसूस होने लगी. मैं सांस नहीं ले पा रहा था. मुझे बहुत पसीना आने लगा. मेरे मुंह से शब्द नहीं निकल पा रहे थे. मुझे बड़ा हार्ट अटैक आया था और मैं करीब एक हफ्ता अस्पताल में रहा.''

जेनिफर को हार्ट अटैक से पहले कंधों में हुई जकड़न
जेनिफर मूर का हार्ट अटैक के वक्त भी रक्तचाप सामान्य था. उन्होंने कहा, ''मेरे केस में दिल के दौरे का संकेत बैक पेन था जो पीछे की तरफ कंधों की हड्डियों के बीच उठा था. दिल का दौरा पड़ने से एक रात पहले मुझे दोनों कंधों के बीच जकड़न महसूस हो रही थी. यह कभी महसूस होता था और कभी अचानक बंद हो जाता था.

उन्होंने आगे कहा, ''यह बहुत अजीब था. सुबह मैंने बाथरूम जाने की कोशिश की लेकिन मुझे इतने ज्यादा चक्कर आ रहे थे कि मैं खुद पर काबू नहीं कर पा रही थी. मुझे सीने में बिल्कुल भी दर्द नहीं था. हालांकि मुझे लगभग एक साल पहले से इरेगुलर हार्टबीत की परेशानी हो रही थी.''

गॉल्फ कोर्स में आए कार्डिएक अरेस्ट ने ली पति की जान

इक्वाइन क्रीक के पति को अचानकर हार्ट अटैक आया और उसमें उनकी जान चली गई. उन्होंने अपनी कहानी बताते हुए कहा, ''मेरे पति ने अपने ऑफिस में काम के दौरान कोई भारी उपकरण चलाने के बाद मुझे फोन किया. वह घर आ रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि उनकी छाती में चोट लगी है. मैंने जोर देकर कहा कि हम जांच करवाते हैं उन्होंने मुझे बताया कि वह ठीक हैं. मैं एक नर्स हूं इसलिए मैंने जोर दिया. उन्होंने मना किया, उन्होंने नहीं सोचा था कि उनके दिल में दिक्कत है. उन्हें पहले दिक्कत हुई थी लेकिन वो पूरी तरह फिट थे.''

तीन हफ्ते बाद वो गॉल्फ खेलने गए और वहीं बेहोश हो गए. किसी का फोन आने पर मैं अस्पताल पहुंची और मुझे पता चला कि अचानक आए कार्डियक अरेस्ट ने मेरे पति की जान ले ली. वह गोल्फ कार्ट चला रहे थे और उसी दौरान उनके साथ यह हुआ. उनकी 50 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी.

ये हैं हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हृदय रोग दुनिया भर में मौत का प्रमुख कारण है. हृदय रोग हर साल 1.79 करोड़ लोगों की जान लेता है जो कोई छोटा आंकड़ा नहीं है. हृदय रोगों के सामान्य जोखिम कारक अनहेल्दी डाइट, कम फिजिकल एक्टिविटी शराब का अत्यधिक सेवन, उच्च रक्तचाप, बढ़ा हुआ ब्लड शुगर, अधिक वजन और मोटापा है.

दिल का दौरा पड़ने के सामान्य लक्षणों में सीने में दर्द, बेचैनी या सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, गर्दन, पीठ, बांह या कंधे में दर्द, जी मिचलाना, सिर घूमना या चक्कर आना, थकान, सीने में जलन/अपच का अहसास, ठंडा पसीना आना शामिल हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button