फीस नहीं भरने पर बच्चे को पेपर देने से रोका:सातवीं कक्षा का है छात्र, जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत

राजधानी के प्रेसिडेंसी स्कूल में एक छात्र को फीस बाकी होने के कारण परीक्षा देने से रोकने का मामला सामने आया है। छात्र के पिता अजीम उद्दीन ने जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत पत्र सौंपकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत के अनुसार, अरसलान उद्दीन, जो कि प्रेसिडेंसी स्कूल, डीआईजी बंगला, भोपाल में सातवीं कक्षा का छात्र है, उसे 1500 की बकाया फीस के कारण परीक्षा देने से रोक दिया गया। शिकायतकर्ता का दावा है कि उन्होंने पहले ही स्कूल को इस स्थिति की जानकारी दे दी थी, फिर भी उनके बेटे को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। इस मामले की शिकायत बच्चे के पिता ने जिला शिक्षा अधिकारी से की है।
छात्र के पिता अजीम उद्दीन का आरोप है कि उन्होंने पहले ही 6000 फीस जमा कर दी थी और शेष राशि को लेकर स्कूल प्रशासन को सूचित भी कर दिया था। इसके बावजूद, 10 मार्च 2025 को उनके बेटे को परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके बेटे के साथ मारपीट की गई, जिससे वह मानसिक रूप से आहत हुआ। अजीम उद्दीन ने बताया कि उनके बेटे को हृदय संबंधी समस्या है और इसकी जानकारी भी स्कूल प्रशासन को पहले दी जा चुकी थी। इसके बावजूद, स्कूल ने न केवल परीक्षा से रोका, बल्कि बच्चे के साथ दुर्व्यवहार भी किया।
शिक्षा विभाग ने लिया संज्ञान
इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी एन.के. अहिरवार ने कहा, “अगर स्कूल प्रशासन ने वाकई फीस के कारण छात्र को परीक्षा देने से रोका है, तो यह पूरी तरह गलत है। मामले की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल प्रशासन ने किया बचाव
वहीं, प्रेसिडेंसी स्कूल के प्रिंसिपल इंसाफ खान ने कहा कि स्कूल में किसी भी छात्र को फीस न भरने की वजह से परीक्षा से वंचित नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि छात्र को केवल माता-पिता को बुलाने के लिए कहा गया था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा।
वहीं, मारपीट की बात को भी उन्होंने नकारा है। उन्होंने बताया कि हमारे पास कई छात्र ऐसे हैं, जो फीस नहीं दे पाते हैं। मगर हम कभी किसी भी छात्र को एग्जाम देने से नहीं रोकते हैं।