ट्रम्प ने नेतन्याहू से गाजा जंग खत्म करने को कहा:ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमले को मंजूरी नहीं, बातचीत जारी रखना चाहते हैं ट्रम्प

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मंगलवार को फोन पर बातचीत की। इस दौरान ट्रम्प ने नेतन्याहू से गाजा में जंग को खत्म करने के लिए कहा है।

इजराइल के चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प ने कहा कि गाजा में सीजफायर और बंधकों की रिहाई तक ही बात नहीं रुकनी चाहिए, बल्कि जंग को पूरी तरह खत्म किया जाए।

इसके अलावा ट्रम्प ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला करने को लेकर भी फिलहाल मंजूरी नहीं दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प ने यह भी कहा कि जंग रुकने से ईरान और सऊदी अरब के साथ चल रही बातचीत में मदद मिलेगी।

ईरान से परमाणु डील के लिए कोशिशें जारी

डोनाल्ड ट्रम्प ने नेतन्याहू से बातचीत में यह साफ किया कि अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु डील पर समझौते के लिए कोशिशें जारी हैं।

हालांकि, ट्रम्प ईरान के हालिया प्रस्ताव से सहमति नहीं है। उन्होंने कहा कि फिर भी बातचीत के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं।

इसके जवाब में नेतन्याहू ने कहा कि ईरान पर हमेशा सैन्य दबाव बना रहना चाहिए। हालांकि, ट्रम्प ने फिर भी ईरान पर सैन्य हमले को टालने पर जोर दिया।

इस पर नेतन्याहू ने जवाब दिया कि ईरान पर हमेशा एक विश्वसनीय सैन्य दबाव बना रहना चाहिए। लेकिन ट्रम्प ने दोबारा दोहराया कि बातचीत के दौरान सैन्य हमले की संभावना को टाल देना चाहिए।

अमेरिकी राजदूत बोले- मुस्लिम देश फिलिस्तीन के लिए जमीन दें

इजराइल में अमेरिकी राजदूत माइक हकाबी ने सुझाव दिया है कि मुस्लिम देशों को भविष्य में फिलिस्तीनी राज्य बनाने के लिए अपनी कुछ जमीन छोड़ देनी चाहिए।

BBC को दिए इंटरव्यू में हकाबी ने कहा कि मुस्लिम देशों के पास इजराइली नियंत्रण वाली जमीन के तुलना में 644 गुना ज्यादा जमीन है।

ब्रिटेन-कनाडा समेत 5 देशों का इजराइल के दो मंत्रियों पर बैन

ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूज़ीलैंड और नॉर्वे ने मंगलवार को इजराइल सरकार के दो कट्टर दक्षिणपंथी मंत्रियों इतामार बेन-गवीर और बेजालेल स्मोतरिच पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। इन पर कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप है।

दोनों मंत्री गाजा जंग को जारी रखने के पुरजोर समर्थक हैं। अब इन पर यात्रा प्रतिबंध और संपत्ति जब्त होने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।

पश्चिमी देशों ने गाजा जंग की शुरुआत के बाद से इजराइल के खिलाफ ऐसा पहला बड़ा कदम उठाया है।

इजराइली विदेश मंत्री गिदोन सार ने इन प्रतिबंधों को अत्यंत आपत्तिजनक बताया और कहा कि वे नेतन्याहू से मिलकर अगले सप्ताह इस पर इजराइल की प्रतिक्रिया तय करेंगे।

4 पाॅइंट में समझिए हमास-इजराइल जंग…

  • हमास-इजराइल के बीच संघर्ष का सिलसिला साल 1948 से जारी है। इसने भीषण रूप 7 अक्टूबर 2023 को लिया जब हमास ने इजराइल पर हमला किया। जिसमें 815 नागरिकों सहित 1,195 इजराइली और विदेशी नागरिक मारे गए।
  • हमास ने 251 इजराइली लोगों को बंधक बनाया। हमास ने इस हमले को इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकाबंदी और हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग के लिए किया।
  • इजराइल ने जवाब में गाजा पर बमबारी शुरू की और 27 अक्टूबर 2023 को जमीनी हमला शुरू किया। इजराइल का कहना है कि उसका मकसद हमास को खत्म करना और बंधकों को रिहा कराना है।
  • इस युद्ध में 55 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इजराइल में 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए। गाजा में 80% लोग विस्थापित हो चुके हैं और ज्यादातर पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो चुका है।

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