गाजा पट्टी में खत्म हो गया युद्ध… इजरायल-हमास करेंगे बंधकों-कैदियों की अदला-बदली, मिस्र में ग्लोबल लीडर्स का जमावड़ा

तेल अवीव: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिस्र में आयोजित गाजा शांति समझौता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अमेरिका से निकल चुके हैं। अमेरिका से निकलते वक्त उन्होंने कहा कि ‘गाजा में युद्ध खत्म हो चुका है।’ माना जा रहा है कि भारतीय समय के मुताबिक साढ़े 10 बजे से हमास, इजरायली बंधकों की रिहाई शुरू कर देगा। रिहाई, मिस्र में गाजा सीजफायर समिट से पहले पूरा हो जाने की संभावना है, जिसके तहत हमास, इजरायली बंधकों को रिहा करेगा और इजरायल, हजारों उन फिलीस्तीनियों को रिहा करेगा, जो इजरायली जेल में सालों से बंद हैं।
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता होने से गाजा के उन लाखों लोगों को राहत मिलने की संभावना है, जो पिछले दो सालों से बम बारूद के धमाकों के बीच जिंदगी जी रहे हैं। गाजा में अकाल है और हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2023 में शुरू हुए गाजा पर इजरायल के युद्ध में कम से कम 67,806 लोग मारे गए हैं और 170,066 घायल हुए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के क्रूर हमले में इजरायल में कुल 1,139 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोगों को हमास ने बंदी बना लिया था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एयर फोर्स वन में सवार हैं और उनके सोमवार सुबह इजराइल पहुंचने की उम्मीद है। वाइट हाउस के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति बंधकों के परिवारों से बात करेंगे और इजरायली संसद, नेसेट को संबोधित करेंगे। इसके बाद ट्रंप मिस्र के लिए रवाना होंगे, जहां वे सोमवार को ही क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं के साथ एक वैश्विक "शांति शिखर सम्मेलन" की सह-अध्यक्षता करेंगे, जिसमें युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति का आह्वान किया जाएगा।
इजरायली सरकार ने आज बंधकों की रिहाई की योजनाएं तैयार कर ली हैं। यह बंधकों और कैदियों की पहली अदला-बदली नहीं है। इससे पहले भी हमास ने अपहृत लोगों को सौंपने से पहले समारोह आयोजित किए थे। लेकिन इस बार, इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता शोश बेड्रोसियन ने रविवार को कहा कि हमास का कोई प्रोपेगेंडा नहीं होगा और न ही फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह को कोई "प्रदर्शन" करने दिया जाएगा। इसके बजाय, बेड्रोसियन ने कहा कि गाजा में बंधक बनाए गए 20 जीवित बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया जाएगा "और छह से आठ वाहनों में उन्हें वापस इजरायल जाया जाएगा।"
सीएनएन के मुताबिक, इजराइल इस दौरान आजीवन कारावास की सजा काट रहे 250 फिलिस्तीनी कैदियों के साथ-साथ 7 अक्टूबर 2023 के बाद हिरासत में लिए गए गाजा के 1,700 फिलिस्तीनियों को भी रिहा करेगा। इजराइली जेल सेवाओं के एक प्रवक्ता ने कहा कि रिहा होने वाले आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों को शनिवार को इजराइल के दक्षिण में ओफर और केट्ज़ियोट जेलों में निर्वासन परिसरों में ले जाया गया है। इजराइल के अनुसार, इनमें से 142 कैदियों को निर्वासित किया जाएगा। बाकी या तो वेस्ट बैंक या पूर्वी यरुशलम लौट जाएंगे।
इजरायली सरकार ने आज बंधकों की रिहाई की योजनाएं तैयार कर ली हैं। यह बंधकों और कैदियों की पहली अदला-बदली नहीं है। इससे पहले भी हमास ने अपहृत लोगों को सौंपने से पहले समारोह आयोजित किए थे। लेकिन इस बार, इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता शोश बेड्रोसियन ने रविवार को कहा कि हमास का कोई प्रोपेगेंडा नहीं होगा और न ही फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह को कोई "प्रदर्शन" करने दिया जाएगा। इसके बजाय, बेड्रोसियन ने कहा कि गाजा में बंधक बनाए गए 20 जीवित बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया जाएगा "और छह से आठ वाहनों में उन्हें वापस इजरायल जाया जाएगा।"
सीएनएन के मुताबिक, इजराइल इस दौरान आजीवन कारावास की सजा काट रहे 250 फिलिस्तीनी कैदियों के साथ-साथ 7 अक्टूबर 2023 के बाद हिरासत में लिए गए गाजा के 1,700 फिलिस्तीनियों को भी रिहा करेगा। इजराइली जेल सेवाओं के एक प्रवक्ता ने कहा कि रिहा होने वाले आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों को शनिवार को इजराइल के दक्षिण में ओफर और केट्ज़ियोट जेलों में निर्वासन परिसरों में ले जाया गया है। इजराइल के अनुसार, इनमें से 142 कैदियों को निर्वासित किया जाएगा। बाकी या तो वेस्ट बैंक या पूर्वी यरुशलम लौट जाएंगे।
तेल अवीव में सूर्योदय के साथ ही होस्टेज स्क्वायर पर भीड़ जमा हो गई है, कुछ लोग रात से ही रूके हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि कुछ ही घंटों में 20 जीवित बंधकों की रिहाई हो जाएगी। यह चौक 700 से ज्यादा दिनों से बंधकों के प्रदर्शनों का केंद्र रहा है और भीड़ में से कई लोग एक साथ बैठकर गाने गा रहे थे और स्क्रीन पर बंधकों की वापसी की तस्वीरें देख रहे थे। बंधक और लापता परिवार फोरम की स्वास्थ्य टीम ने चेतावनी दी है कि बंधकों और उनके परिवारों के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है।