चीन, अमेरिका या कोई और… टनों के हिसाब से सोना खरीदकर कौन खराब कर रहा है आपकी दिवाली?

नई दिल्ली: हमारे देश में धनतेरस पर सोना खरीदने की पुरानी परंपरा रही है। एक अनुमान के मुताबिक हमारे देश में लोगों के पास करीब 25,000 टन सोना है। इस साल सोने की कीमत रॉकेट की स्पीड से बढ़ी है। इससे नवरात्रि के दौरान सोने की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले करीब 25 फीसदी गिरावट आई। इसी तरह सोने के आभूषणों की एडवांस डिपॉजिट स्कीम में जमा होने वाली राशि में भी बड़ी गिरावट आई है। साफ है कि ऊंची कीमतों के कारण सोने के आभूषणों की खरीद कम हो गई है। एमसीएक्स पर 5 दिसंबर की डिलीवरी वाला सोना आज 2,300 रुपये से ज्यादा तेजी के साथ 1,26,930 रुपये पर पहुंच गया।
इस बार धनतेरस पर सोने की कीमत 1,30,000 रुपये पहुंचने का अनुमान है। यानी इस बार कई लोगों को दिवाली और धनतेरस पर सोना खरीदने की योजना को ठंडे बस्ते में डालना पड़ेगा। सोने की कीमत में इस साल 50% से ज्यादा तेजी आई है। पिछले साल मार्च से सोने की कीमत में केवल चार बार मासिक गिरावट आई है। पिछले 12 महीने में इसका मार्केट कैप 10 ट्रिलियन डॉलर बढ़ चुका है। सोमवार को इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 4,130 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई। इसी तरह एक ही दिन में इसका मार्केट कैप करीब 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़कर 27.649 ट्रिलियन पहुंच गया है।
क्यों बढ़ रही है कीमत?
सवाल है कि सोने की कीमत क्यों बढ़ रही है? इसके पीछे कई तर्क दिए जा रहे हैं। एक वजह यह भी मानी जा रही है कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंक सोने की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। 2024 में सेंट्रल बैंक्स ने लगातार तीसरे वर्ष 1,000 टन से ज्यादा सोना खरीदा। इससे उन्हें अपने विदेशी मुद्रा भंडार को डाइवर्सिफाई करने में मदद मिलती है। सेंट्रल बैंक पिछले 15 साल से गोल्ड के नेट बायर रहे हैं लेकिन यूक्रेन युद्ध के बाद इसमें काफी तेजी आई है
कौन है सोने की चिड़िया?
2015 से 2024 तक के आंकड़े देखें तो इस दौरान चीन ने सबसे ज्यादा 1208.4 टन सोना खरीदा है। उसके बाद रूस (1094.9 टन), तुर्की (454.2 टन), भारत (2644.3 टन), पोलैंड (155.6 टन), कजाकस्तान (112.2 टन), सिंगापुर (109.2 टन), हंगरी (91.4 टन), कतर (91.1 टन) और उजबेकिस्तान (82.4 टन) का नंबर है। वैसे दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व अमेरिका के पास है। दिलचस्प बात है कि इसमें पिछले 25 साल से ज्यादा अंतर नहीं आया है और यह 8,133 टन पर अटका हुआ है।