मध्य प्रदेश में फार्मेसी काउंसिल की ऑनलाइन प्रक्रिया में फंसे तीन हजार आवेदन

भोपाल। मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल की नई ऑनलाइन पंजीयन प्रणाली अभ्यर्थियों के लिए मुसीबत बन गई है। करीब एक माह पहले शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक तीन हजार से अधिक आवेदन अटक गए हैं। कारण यह है कि प्रदेश की ज्यादातर निजी यूनिवर्सिटी ने अब तक अपने छात्रों का डेटा डिजीलाकर पर अपलोड नहीं किया है। इससे आधे से ज्यादा उम्मीदवारों का ऑनलाइन आवेदन अधूरा रह गया है।
मध्य प्रदेश में 32 निजी यूनिवर्सिटी हैं, लेकिन इनमें से केवल आठ संस्थानों ने ही छात्रों की सूची काउंसिल को भेजी है। बाकी 30 यूनिवर्सिटी ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी। फार्मेसी काउंसिल के अनुसार, सरकारी कॉलेजों के करीब चार हजार फार्मासिस्टों का पंजीयन पूरा हो चुका है, जबकि निजी संस्थानों के अभ्यर्थी फाइलों में फंसे हैं।