रूस ला रहा अपने बच्चों के लिए सिम कार्ड, अभिभावकों को ‘चिंता मुक्त’ रखने का वादा, इसमें खास क्या है

नई दिल्ली/मॉस्को: ऑस्ट्रेलिया ने इंटरनेट एक्सेस को लेकर कानून बनाया तो मेटा ने भी कुछ नियम सख्त कर दिए। इन सबके बीच रूस ने उपहार स्वरूप अपने नौनिहालों को सिम कार्ड देने का फैसला लिया है। रूस के डिजिटल डेवलपमेंट मंत्रालय के अनुसार ये अभिभावकों को बच्चों की लोकेशन ट्रैक करने की इजाजत देगा। सरकारी मीडिया एजेंसी तास ने बताया कि रूस का डिजिटल डेवलपमेंट मंत्रालय बच्चों के लिए एक नए तरह का सिम कार्ड लाने वाला है।

बच्चों से ई-सिम कार्ड में खास क्या

मंत्री मक्सुत शादेव ने बुधवार को वॉलंटियर सर्च-एंड-रेस्क्यू ग्रुप लिजाअलर्ट के एक फोरम में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस नए तरह के सिम कार्ड से ट्रैफिक फिल्टर होगा, पेरेंटल कंट्रोल बेहतर होगा, और कोर्ट ऑर्डर के बिना लोकेशन ट्रैक किया जा सकेगा। वैसे इस तरह के प्रस्ताव की बात पहली बार नहीं हो रही। शादेव ने सबसे पहले अगस्त (2025) में 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सिम कार्ड का प्रस्ताव दिया था, जिसमें सोशल मीडिया लॉगिन जैसी कुछ सर्विसेज पर रोक होगी, ताकि नाबालिगों के साथ कुछ गलत न हो।

मिलेगी बच्चों की जियोलोकेशन

शादेव ने कहा, "अब हम ‘बच्चों के सिम कार्ड’ ला रहे हैं। माता-पिता कोर्ट ऑर्डर के बिना अनुरोध कर अपने बच्चों का जियोलोकेशन डेटा पा सकेंगे।" हालांकि मंत्री ने यह नहीं बताया कि बच्चों के सिम कार्ड कब से उपलब्ध होंगे। तास के मुताबिक, रूस के कुछ बड़े मोबाइल ऑपरेटर पहले से ही बच्चों के लिए खास टैरिफ प्लान देते हैं, जिसमें स्पैम और फर्जी अकाउंट से एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन के साथ-साथ मोबाइल इंटरनेट इस्तेमाल भी सीमित होता है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी फायदेमंद

शादेव ने कहा कि यह पहल वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी लागू होगी। वे लोग रूस के पब्लिक सर्विसेज पोर्टल ‘गोसुस्लुगी’ के जरिए अपने जियोलोकेशन डेटा को एक्सेस करने के लिए एक भरोसेमंद व्यक्ति को चुन सकेंगे, जिससे अगर वे किसी मुसीबत में हों या कोई आपातकालीन स्थिति हो तो तुरंत उन्हें मदद पहुंचाई जा सके।

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