छत्‍तीसगढ़ के छात्रों को सीएम बघेल ने दी ‘स्वामी आत्मानंद कोचिंग’ की सौगात

 रायपुर.
 छत्तीसगढ़ में सीएम बघेल ने शिक्षा के क्षेत्र में कई खुशियां उपलब्ध कराई हैं। फिर से ज़िंदा वो नामांकित बच्चे हो या फिर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हो युवा। इसी बीच बिग बॉस ने युवाओं को एक बड़ा खुशखबरी दी है।

बताएं कि पीएससी और अन्य कंपनियों की मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग क्लासें शुरू होंगी। ये ऑफ़लाइन कोचिंग क्लास सभी विकासखंडों में शुरू होंगी। बता दें कि इससे पहले नीट और सेमिनेट की एन-लाइन कोचिंग की सुविधा थी। वहीं, अब पीएससी और अन्य कंपनियों के लिए भी कोचिंग क्लास शुरू की जाएगी।

मुख्‍यमंत्री बघेल ने सुबह 11 बजे अपने निवास कार्यालय से मुख्यमंत्री आनलाइन योजना की शुरुआत की। इस योजना में ख्याति प्राप्त एलन करियर इंस्टिट्यूट ने सीएसआर के तहत निश्शुल्क कोचिंग देने को सहमति दी है। संस्थान और स्कूल शिक्षा विभाग के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी होगा।

ये होंगे पात्र

प्रदेश के कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी और कक्षा 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा। विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12 वीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे।

प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है। इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों और चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा सहित 150 कोचिंग सेंटर के माध्यम से शिक्षा मिलेगी। यह सुविधा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी।

मेरिट के अनुसार विद्यार्थियों का चयन होगा
योजना के अनुसार, कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी. इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की तैयारी कर प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया है. स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना में मेरिट क्रम अनुसार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा. विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12वीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे. प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है. इसमें प्री-मेडिकल और प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा.

रायपुर से ऑनलाइन कक्षाएं होंगी संचालित
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी. यह कक्षाएं शाम 3 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होंगी. इस संबंध में विषय विशेषज्ञ नोडल अधिकारी और प्राचार्य को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. ऑनलाइन कक्षाओं की यह विशेषता रहेगी कि यह टू-वे संवाद रहेगा. मतलब विद्यार्थी विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पूछ सकेंगे. देश में संचालित आत्मानंद विद्यालय के साथ-साथ अन्य विद्यालयों में भी जेईई और नीट के लिए अलग-अलग कक्षाएं संचालित होंगी.

प्रत्येक कोचिंग केंद्र में भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान व गणित विषय के लिए नोडल शिक्षक और एक मुख्य नोडल अधिकारी प्रिंसिपल के साथ सीनियर लेक्चरर स्टाफ को नियुक्त किया गया है. ऑनलाइन कोचिंग प्रदाता संस्थान विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड का विश्लेषण विद्यार्थियों का फीडबैक पालकों का फीडबैक इत्यादि इस कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग के लिए मॉनिटरिंग अधिकारी भी नियुक्त किए जा रहे हैं.

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