यूरोपीय देश स्वीडन में कुरान जलाने की घटना को लेकर जारी विवाद, 57 मुस्लिम देशों के संगठन OIC ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

 नई दिल्ली
 यूरोपीय देश स्वीडन में कुरान जलाने की घटना को लेकर जारी विवाद अभी थमा भी नहीं था कि नीदरलैंड में कुरान के अपमान की एक और घटना सामने आई है. नीदरलैंड की इस घटना पर 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा है, "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में पवित्र कुरान के अलावा इस्लाम या अन्य धर्मों के पवित्र ग्रंथों और प्रतीकों की पवित्रता को अपमान करने के कदम की OIC कड़ी निंदा करता है. यह नागरिक और राजनीतिक अधिकारों के अंतरराष्ट्रीय अनुबंधों के अनुच्छेद 19 और 20 की भावना के खिलाफ है. OIC, डच अधिकारियों से ऐसे भड़काऊ कृत्यों के खिलाफ आवश्यक कदम उठाने का आह्वान करता है, जो धार्मिक घृणा के अंतर्गत आते हैं. यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. साथ ही इस तरह की घटना को रोकने के लिए डच अधिकारियों से पर्याप्त कदम उठाने का भी आह्वान करता है."
 

सऊदी अरब और पाकिस्तान ने क्या कहा?
इस्लामिक देश सऊदी अरब ने रविवार को कुरान फाड़ने की घटना की निंदा करते हुए कहा है, "सऊदी अरब इस तरह की निंदनीय और बार-बार होने वाले कृत्यों की कड़ी निंदा करता है. इस तरह के कृत्यों को किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता है. इस तरह के कृत्य स्पष्ट रूप से घृणा, नफरत और नस्लवाद को बढ़ावा देते हैं. साथ ही इस तरह की घटनाएं आपसी सम्मान की आवश्यक नींव को कमजोर करते हैं." वही, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा है,  "पाकिस्तान यूरोपीय देश नीदरलैंड में पवित्र कुरान के अपमान की एक और घटना की कड़ी निंदा करता है. साथ ही यूरोपीय देश (नीदरलैंड) से ऐसे घृणित और इस्लामोफोबिक कृत्यों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का आह्वान करता है."

बयान में आगे कहा गया है, "जानबूझकर उकसाने वाले और इस्लामोफोबिक कृत्य ने दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है. अभिव्यक्ति और विरोध करने की स्वतंत्रता की आड़ में ऐसे कृत्यों को माफ नहीं किया जा सकता है. पाकिस्तान ने पहले भी डच अधिकारियों से अपनी चिंताओं से अवगत कराया था. साथ ही इस तरह के घृणित और इस्लामोफोबिक कृत्यों को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाने का आग्रह किया था."

 

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