पूर्व कुलपति सोनवलकर व रजिस्ट्रार के कार्यों से मप्र भोज मुक्त विवि को मिला नैक से ‘ए’ ग्रेड

नैक पियर टीम ने 11 से 13 सितंबर तक किया था विवि का निरीक्षण
भोपाल

मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने ‘ए’ ग्रेड दिया है। दरअसल, विवि को नैक से ‘ए’ मिलने का श्रेय पूर्व कुलपति प्रो. जयंत सोनवलकर और पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. एचएस त्रिपाठी को जाता है। इनके कार्यकाल जहां कई नवाचार हुए हैं, वहीं स्टूडेंट्स की दर्ज संख्या में इजाफा हुआ था।

 विवि प्रशासन की ओर से बताया गया कि विवि को 7 पॉइंट के पैमाने पर 3.08 अंकों के साथ ‘ए’ ग्रेड मिला है, जो 5 वर्षों के लिए मान्य होगा। इस दौरान विवि को प्रति वर्ष वार्षिक गुणवत्ता आश्वासन नैक में जमा करनी होगी। नैक पियर टीम ने 11 से 13 सितंबर को विवि का निरीक्षण किया था। कुलपति प्रो. संजय तिवारी एवं कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने प्राध्यापकों, अधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।

उन्होंने कहा कि ‘ए’ ग्रेड प्राप्त होने से विश्वविद्यालय अपने अकादमिक उत्कृष्टता के साथ दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा को प्रदेश के कोने-कोने में पहुंचाने में सफल होगा। उल्लेखनीय है कि पूर्व कुलपति प्रो. सोनवलकर और पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. त्रिपाठी ने दूरदर्शन से लेक्चर चलवाकर क्लासें चलवार्इं,  यू-ट्यूब पर स्टडी मैटेरियल के पीडीएफ अपलोड करवाए ताकि आॅफलाइन स्टडी मैटेरियल की कमी दूर हो सके। इसके अलावा विशेषज्ञों से दूरस्थ शिक्षा और कंपनियों की मांग के अनुसार स्टडी मैटेरियल और किताबों का प्रकाशन कराया। इसके साथ ही रिक्रूटमेंट कराकर समय से एग्जाम कराए। करीब डेढ़ सौ आॅनलाइन कोर्स शुरू करने और छात्र सुविधाएं बढ़ने के कारण दर्ज संख्या में इजाफा हुआ। इसी का परिणाम है कि नैक ने ‘ए’ ग्रेड प्रदान किया है। जबकि वर्तमान कुलपति प्रो. तिवारी जो इस ग्रेड का श्रेय ले रहे हैं, उनके कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिससे नैक से कोई भी ग्रेड मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button