वाशिंगटन में विश्व संस्कृति महोत्सव में 4,50,000 से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना

वाशिंगटन
 विश्व संस्कृति महोत्सव (डब्ल्यूसीएफ) में यहां अगले सप्ताह प्रतिष्ठित ‘नेशनल मॉल’ में दुनियाभर के 4,50,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। विश्व संस्कृति महोत्सव की रूपरेखा भारतीय आध्यात्मिक गुरु रविशंकर ने तैयार की थी।

दुनिया के कई नेता डब्ल्यूसीएफ को संबोधित करेंगे जिसका आयोजन ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ कर रहा है तथा इसे ‘‘विश्व संस्कृति का ओलंपिक्स’’ बताया जा रहा है।

कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि विविध संस्कृति के 17,000 से अधिक कलाकार, मनोरंजनकर्ता और वक्ता 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक देश की राजधानी में बनाए गए अब तक के सबसे बड़े मंच पर प्रस्तुति देंगे।

महोत्सव के दौरान चीन के 1,000 गायक एवं नृतक सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे और 7,000 नृतक ‘गरबा’ करेंगे और साथ ही हिप-हॉप संगीत की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया जाएगा। 700 से अधिक भारतीय शास्त्रीय नृतक लाइव वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक उत्सव में यूक्रेन के 100 नृतक लोक नृत्य ‘होपाक’ करेंगे। ग्रैमी पुरस्कार विजेता मिकी फ्री की अगुवाई में 1,000 से अधिक सितारवादक भी प्रस्तुति देंगे।

नेशनल मॉल और कैपिटल हिल के बीच एक मील के रास्ते में सांस्कृतिक पवेलियन और फैशन शो समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। दर्शकों को दुनियाभर के व्यंजनों का स्वाद देने के लिए 80 से अधिक अंतरराष्ट्रीय फूड ट्रक लगाए जाएंगे।

महोत्सव में भाग ले रहे उद्योग, सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के 1,000 से अधिक प्रमुख 30 सितंबर को विश्व नेतृत्व फोरम (जीएलएफ) के लिए एकत्रित होंगे। इस साल के जीएलएफ की थीम ‘शेपिंग ए ह्यूमेन फ्यूचर’ है।

विश्व संस्कृति महोत्सव में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून, मॉरिशस के राष्ट्रपति पृथ्वीसिंह रूपन, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, इक्वाडोर के पूर्व राष्ट्रपति रोसालिया आर्टिगा सेरानो और पराग्वे के पूर्व राष्ट्रपति फेडेरिको फ्रांको शामिल हैं।

वाशिंगटन में जनवरी में होगा आईआईटी 2024 वैश्विक सम्मेलन

वाशिंगटन
अमेरिका की राजधानी में दुनियाभर के प्रतिभाशाली लोगों और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के भूतपूर्व छात्रों का एक विशाल सम्मेलन जनवरी में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के आयोजकों ने इसकी घोषणा की है।

‘‘ब्रांड इंडिया’’ को दर्शाते हुए यह तीन दिवसीय सम्मेलन 12 जनवरी को शुरू होगा और इसमें अन्य उद्यमी तथा भारत के प्रतिष्ठित लोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लेकर सतत विकास और चिकित्सा के क्षेत्र में मिली आधुनिक सफलताओं के मुद्दों पर बात करेंगे।

‘पैनआईआईटी’ द्वारा आयोजित किए जा रहे आईआईटी 2024 वैश्विक सम्मेलन कार्यक्रम की थीम ‘नवोन्मेष’ है। पैनआईआईटी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के भूतपूर्व छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक संगठन है।

आईआईटी 2024 के अध्यक्ष और ‘क्रीडेन्स मैनेजमेंट सॉल्यूशन्स’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ चौधरी ने कहा, ‘‘सम्मेलन का ध्यान नवोन्मेष और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सतत ऊर्जा के क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ें और औषधि समय पर सभी को उज्ज्वल भविष्य दे सकती है, इस पर केंद्रित होगा।’’

 

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