‘मोदी मुर्दाबाद बोल, तिरंगा जला’, मना किया तो बरसा दी गोलियां

नई दिल्ली.
पिछले महीने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में कहा था खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के विश्वसनीय आरोप हैं। भारत ने न सिर्फ इसे बेतुका करार दिया बल्कि इसका खंडन करते हुए साफ तौर पर कहा कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों को पनाह दे रहा है। ये खालिस्तानी आंदोलनकारी खुद को सिखों के सिपाही कहते हैं लेकिन हकीकत ठीक इससे उलटा है। खालिस्तानी आतंकी विदेशों में बसे उन सिखों को निशाना बना रहे हैं, जो भारत का तिरंगा उठाकर चलते हैं और भारत माता की जय कहते हैं।

इसी तरह के एक सिख बिजनेसमैन हैं हरमन सिंह कपूर, जो ब्रिटेन में रहते हैं। उन्होंने जी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद और हिन्दुस्तान मुर्दाबाद के नारे नहीं लगाए और खालिस्तानियों को ऐसा करने रोका तो पहले तो उनके पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकी दी गई और जब इससे भी नहीं डरे तो उनकी कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गईं।

रेस्टोरेंट चलाने वाले हरमन सिंह कपूर ने बताया कि खालिस्तान आंदोलन 40 साल पहले खत्म हो चुका था लेकिन ये लोग कनाडा-ब्रिटेन में दोबारा अपनी मुहिम तेज कर रहे हैं और सिखों पर ही गुंडागर्दी कर रहे हैं। बकौल कपूर खालिस्तान समर्थक भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए बाकी सिखों को भी उकसाते हैं और जो उसका विरोध करते हैं, इन पर ये आतंक बरपाते हैं। सिंह ने बताया कि यह सिलसिला लंबे समय से चला आ रहा है। बकौल सिंह ये खालिस्तान समर्थक आंदोलनकारी सिखों के ही बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं।

उन्होंने बताया कि नौ महीने पहले उन्होंने खालिस्तानियों के इसी तरह की करतूत के खिलाफ मोर्चा खोला था, तब उन्हें डराया-धमकाया गया था। इसके बावजूद भी जब नहीं रुके तो उनकी कार पर लाल रंग फेका गया, फिर कार पर ही अंधाधुंध फायरिंग की गई। हरमन सिंह ने बताया कि उन पर अब तक पांच बार अटैक हो चुके हैं। अभी भी रोज जान से मारने की धमकियां आ रही हैं। उनका कारोबार चौपट कर दिया गया है। सिंह का पूरा परिवार दहशत में जी रहा है लेकिन उन्होंने आतंकियों के सामने घुटने नहीं टेके हैं। सिंह ने कहा कि परिजनों के जान की चिंता तो है लेकिन तिरंगे का अपमान नहीं सह सकते।

हरमन सिंह ने कहा, "मुझे कहा गया मोदी मुर्दाबाद बोलो, हिन्दुस्तान मुर्दाबाद बोले, तिरंगा जलाओ, लेकिन जब इससे इनकार किया तो उन लोगों ने मेरी कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। उनकी पत्नी खुशी कपूर ने कहा कि ये सिख नहीं है बल्कि सिक (बीमार) लोग हैं। हरमन सिंह ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू समेत कई आतंकियों के झूठ का भी पर्दाफाश किया।

बता दें कि बड़े पैमाने पर खालिस्तान समर्थक कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया में आंदोलन चला रहे हैं लेकिन इनके लिए सबसे बड़ा पनाहगाह कनाडा बनकर उभरा है। पिछले 18 जून को वहां खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसका आरोप कनाडा ने भारत पर लगाया है। तब से दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनातनी चल रही है।

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