कोई सर्वे नहीं, नकुलनाथ ही कांग्रेस के सर्वे सर्वा – विष्णुदत्त शर्मा

  • 10 जनपथ सुप्त रहा, नकुलनाथ ने कर दी प्रत्याशियों की घोषणा
  • कांग्रेस ’कितनी’ है और कांग्रेस ’किसकी’ है, अब ये सबसे बड़ा प्रश्न
  • अब ये साफ हुआ कोई सर्वे नहीं, नकुलनाथ ही कांग्रेस के सर्वे सर्वा
  • क्या गांधी परिवार, मल्लिकार्जुन खड़गे और सीडब्लूसी से ऊपर हो गए हैं नकुलनाथ
     

    भोपाल
 कांग्रेस परिवारवाद की गारंटी है, यह तो सुना था। ऐसी पार्टियों में नेताओं के बेटों को टिकट मिलना भी आम बात है। लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जब किसी नेता के बेटे ने ही टिकट बांट दिए हों। मध्यप्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस ने यह अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा अधिकृत उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने से पहले ही जिस तरह से नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा में टिकट बांटे हैं, उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या नकुलनाथ गांधी परिवार, मल्लिकार्जुन खड़गे और सीडब्लूसी से भी ऊपर हो गए हैं? यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने बुधवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।

कोई सर्वे नहीं, नकुलनाथ ही सर्वे सर्वा

    प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि छिंदवाड़ा में जिस तरह से नकुलनाथ ने टिकट बांटे हैं, उससे कांग्रेस पार्टी के वजूद पर ही सवालिया निशान लग गया है। आखिर कांग्रेस पार्टी कितनी है और किसकी है, यही आज सबसे बड़ा सवाल बन गया है। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि सोनिया गांधी-राहुल गांधी की कांग्रेस से कमलनाथ-नकुलनाथ की कांग्रेस अलग हो। शर्मा ने कहा कि मंगलवार सुबह कमलनाथ पार्टी का वचन पत्र जारी कर रहे थे और शाम तक उनके बेटे ने उम्मीदवार घोषित कर दिए। कमलनाथ इधर दिग्विजय सिंह के कपड़े फटवाते रहे और उधर बेटे से टिकट बंटवाते रहे।  इससे हर किसी के मन में यह संदेह पैदा होना स्वाभाविक है कि या तो नकुलनाथ टिकट ब्लैकिया बन गए हैं, या फिर कमलनाथ और नकुलनाथ मिलकर कांग्रेस में कुछ अलग ही खिचड़ी पका रहे हैं।

कांग्रेस के नए नाथ बन गए नकुलनाथ

    शर्मा ने कहा कि जिस तरह से कमलनाथ की शह पर नकुलनाथ ने टिकट बांटे हैं और 10 जनपथ सोता रहा, उससे कांग्रेस का अंदरूनी सर्वे मजाक बनकर रह गया है। पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा कहा गया था कि सर्वे और जमीनी कार्यकर्ताओं के आंकलन के आधार पर ही टिकट दिए जाएंगे। लेकिन नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा में जो खेल खेला है, उससे साबित हो गया है कि कोई सर्वे नहीं, कांग्रेस में नकुलनाथ ही सर्वे-सर्वा बन गए हैं। पार्टी नेतृत्व को दरकिनार करते हुए जिस तरह से नकुलनाथ ने टिकट बांटे हैं, उससे ऐसा लगता है कि अब कांग्रेस के नए नाथ नकुलनाथ ही हैं। अगर ऐसा है, तो फिर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह का क्या होगा? ऐसे समय में जबकि दिल्ली में बैठी कांग्रेस फेल होती जा रही है, नकुलनाथ की नकेल कौन कसेगा? शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कई बार मध्यप्रदेश के दौरे पर आ चुके हैं, परंतु पार्टी उम्मीदवारों की सूची नहीं लाए। लेकिन जिस तरह से नकुलनाथ ने पांढुर्ना में नीलेश उइके को प्रत्याशी घोषित करते हुए टिकट बांटे हैं, उससे यह आभास होता है कि नकुलनाथ कांग्रेस और उसकी सूची को जेब में लेकर चलते हैं।

गालियों की ’पॉवर ऑफ अटार्नी’ दिग्विजय सिंह को, तो भ्रष्टाचार की किसे कमलनाथ जी?

    प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि पीसीसी में जब मंगलवार को कपड़ा फाड़ू एपीसोड चल रहा था, तब कमलनाथ ने कहा था कि उन्होंने अपनी तरफ से गालियां खाने की ’पॉवर ऑफ अटार्नी’ दिग्विजय सिंह को दे रखी है। कमलनाथ जी, ये भी बताएं कि   भ्रष्टाचार की ’पॉवर ऑफ अटार्नी’ किस के पास है? शर्मा ने कहा कि 15 महीने की कांग्रेस सरकार ने वल्लभ भवन को लूट का अड्डा बना दिया था। उस समय मुख्यमंत्री कमलनाथ के पीए के घर पर जब छापा पड़ा था, तो करोड़ों की संपत्ति मिली थी। शर्मा ने कहा प्रदेश की जनता कमलनाथ जी से यह जानना चाहती है कि इस भ्रष्टाचार की ’पॉवर ऑफ अटार्नी’ आप ने किसे दे रखी है़़? शर्मा ने कहा कि कमलनाथ इसका जवाब दें या न दें, लेकिन प्रदेश की जनता को सब पता है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की गारंटी है।

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