अब एक लव स्टोरी करना चाहता हूं पर उम्र के हिसाब से, कमर्शियल फिल्में भी करनी हैं

बतौर एक्टर राजेश तैलंग ने कई फिल्मों और ओटीटी सीरीज में काम किया है। करियर की शुरुआत उन्होंने मंदिरा बेदी के धारावाहिक ‘शांति’ से की। इसके बाद वह कई फिल्मों और वेब सीरीज में नजर आए। वह ‘मिर्जापुर’, ‘दिल्ली क्राइम’, ‘बंदिश बैंडिट्स’, ‘दहन’, ‘क्राइम बीट’ और ‘ट्रायल बाय फायर’ में नजर आए। अब वह नई सीरीज ‘बकैती’ को लेकर चर्चा में हैं।

करियर और नई सीख पर बोले राजेश तैलंग

इतना लंबा करियर होने पर उनके अनुभव में क्या कुछ नया जुड़ा है, वह इस बारे में कहते हैं, ‘कोई कलाकार जो जिंदगी जीता है, या उसके जो अनुभव होते हैं, चाहे वो अच्छे हों या बुरे, वो आपकी एक एफडी की तरह होता है। आप उसे जिंदगी की एफडी कह सकते हैं। वक्त पर वो ही एफडी आपके काम आती है, तो मेरे अनुभवों की वो एफडी करियर में मुझे काम आती रही है। मेरा सबसे ज्यादा समय स्ट्रगल वाला ही रहा है। काम ना मिलने के बीच में वो एक बड़ा दौर रहा है। वो स्ट्रगल का अनुभव काम आता है।’

बुरे वक्त में किसने दिया राजेश तैलंग का साथ?

मुश्किल समय में किसने राजेश तैलंग का सबसे ज्यादा साथ दिया, इस बारे में वह कहते हैं, ‘बुरे दिन में परिवार और दोस्तों ने बहुत साथ दिया, (हंसते हुए) लेकिन सबसे ज्यादा मेरे कॉमन सेंस ने साथ दिया। खुद को बचा कर रखना भी बड़ा काम होता है। खुद को लेकर रियलिस्टिक अप्रोच बनाए रखना भी जरूरी होता है।’

‘कमर्शियल फिल्में भी करनी हैं’

हर कलाकार के शुरुआती दौर में एक्टिंग को लेकर एक सपना रखता है कि उसे किसके साथ काम करना है, राजेश तैलंग कहते हैं, ‘मैं जिन दो कलाकारों के साथ सबसे ज्यादा काम करना चाहता था, वह हैं अमिताभ बच्चन और नसीरुद्दीन शाह… इन दोनों स्टार्स के साथ काम कर चुका हूं। नसीर सर का तो मैं स्टूडेंट भी रहा हूं। उनके साथ मैंने कई प्रोजेक्ट्स किए हैं। उनसे अलग तरह का प्यार है। मैं बिग बी के साथ काम करना चाहता था, तो ‘देव ‘में उनके साथ काम किया।’

अब एक लव स्टोरी करना चाहते हैं राजेश तैलंग, पर उम्र के हिसाब से

वह और क्या करना चाहते हैं? इस बारे में राजेश तैलंग कहते हैं, ‘मैं दो-तीन तरह की चीजें करना चाहता हूं। जैसे मैं कमर्शियल फिल्में करना चाहता हूं, लेकिन वो मेरे हाथ में नहीं है कि ऐसा काम मुझे कब मिलेगा। इसके अलावा मैं काॅमेडी करना चाहता हूं क्योंकि मैंने थिएटर में बहुत कॉमेडी की है। मैं एक लव स्टोरी करना चाहूंगा, जो मेरी उम्र के हिसाब से हो। जैसे ‘आंधी’ और ‘थ्री ऑफ अस’ हैं।’

‘दिल्ली मेरी अपनी है’

दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से भी राजेश तैलंग काफी समय तक जुड़े रहे हैं। दिल्ली से कैसे उनकी यादें जुड़ी हुई हैं, वह इस बारे में कहते हैं, ‘नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में मैंने पढ़ाई की है। मैं आज भी दिल्ली में काफी रहता हूं। जब मेरा खाली वक्त होता है तो मैं दिल्ली रहना पसंद करता हूं, मेरा परिवार भी वहां रहता है। मैं खुद को दिल्ली का मानता हूं। मेरी दिल्ली में सबसे ज्यादा पसंदीदा जगह की बात करेंगे तो थिएटर से जुड़ा होने की वजह से मेरी पसंदीदा जगह मंडी हाउस ही है, क्योंकि वो कल्चरल हब है। थिएटर करने की सबसे बेस्ट जगह है। उसके अलावा एक जमाने में मुझे दिल्ली का ज़ू काफी पसंद था। मुझे वहां घूमना-फिरना काफी अच्छा लगता था। वो बहुत बड़ा ज़ू है। वहां अपना एक इतिहास भी है। इसके अलावा भी दिल्ली की बहुत सारी जगह हैं, हौज खास मार्केट हों, सुंदर नर्सरी हो।’

‘बकैती की कहानी मुझे पसंद है’

अपनी नई सीरीज ‘बकैती’ में अपने रोल के बारे में वह बताते हैं, ‘मुझे ये रोल ऑफर हुआ था, मैंने कहानी सुनी और मुझे बहुत अच्छी लगी थी। मेरे किरदार का नाम संजय गटारिया है, वो एक ऐसा वकील है, जिसको ज्यादा केस मिलते नहीं हैं, लेकिन फिर भी वो एक वकील है। वो टेबल पर एक टाइप राइटर लेकर बैठा रहता है। क्योंकि काम ज्यादा नहीं चलता है, तो इस वजह से वह बच्चों की, परिवार की वाजिब इच्छाएं या गैर वाजिब इच्छाओं को पूरा नहीं कर पाता है। वो ही उसका स्ट्रगल है और वहीं से बकैती पैदा होती हैं।’

‘मैं साधारण जीवन जीना पसंद करता हूं’

राजेश तैलंग वैसे तो अब तक कई भूमिकाएं निभा चुके हैं, लेकिन किरदार में उनकी सादगी उनकी यूएसपी है। मगर क्या रियल लाइफ में भी एक्टर एक सादगी भरा जीवन जीते हैं, वह कहते हैं, ‘मैं बहुत साधारण तरीके से जीता हूं, जैसे अब तक जी रहा था, वैसे ही जीना चाहता हूं। उसमें कुछ बदलाव नहीं हो सकता है और ना ही बदलना चाहता हूं। मैं अपने आसपास के लोगों से जुड़ा रहता हूं, तो वहीं से जिंदगी को ताजगी भी मिलती रहती है।’

कंटेंट के चुनने को लेकर वह किस तरह का ध्यान रखते हैं, वह कहते है, ‘मैं कभी ये ध्यान नहीं रखता कि क्या चल रहा है और क्या नहीं चल रहा है। मेरे पास जितने लिमिटेड ऑफर आते हैं, उसमें से मैं ऐसा कुछ चुनने की कोशिश करता हूं कि जो कुछ नया हो, जिसे करने में कुछ मजा आए, जो मेरे लिए करना चुनौती भरा हो। बतौर एक्टर कॉन्टेंट क्या हाेगा, क्या नहीं ये मेरे बस में नहीं है।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button