गाजा में अस्पताल पर हुए हमले की PM मोदी ने की निंदा, जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए

नई दिल्ली

इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले में 500 लोगों की जान चली गई थी। पूरी दुनिया ने इसकी निंदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जो भी इसमें शामिल है, उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। आपको बता दें कि हमास ने इजरायली सेना पर इसका आरोप लगाया है। वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसके लिए हमास के आतंकियों को जिम्मेदार ठहाराया है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच आज पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा, ''गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की मौत से गहरा सदमा लगा है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं। इस युद्ध में नागरिकों की मौत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।''

संयुक्त राष्ट्र ने अस्पताल पर हमले की कड़ी निंदा की
वहीं, संयुक्त राष्ट्र, इसके शीर्ष नेताओं और एजेंसियों ने गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले में कई नागरिकों की मौत को लेकर गहरा दुख जताया और घटना की कड़ी निंदा की है। यूएन ने  अस्पतालों या असैन्य बुनियादी ढांचों पर हमले अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है। साथ ही निकाय ने इस घटना को अंजाम देने वालों को अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया है।

अस्पताल पर हुए हमले को लेकर आमने-सामने
गाजा के हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-अहली अस्पताल पर मंगलवार को हुए हवाई हमले में 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई। उसने हमले के लिए इजराइल पर आरोप लगाया है। इजराइल के अधिकारियों ने इस घटना में इजराइली रक्षा बलों की संलिप्तता से इनकार किया और कहा है कि इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों द्वारा इजराइल की ओर दागे गए रॉकेट गलत दिशा में मुड़े और अस्पताल पर जा गिरे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा, ''गाजा में आज एक अस्पताल पर हुए हमले में सैकड़ों फलस्तीनियों की मौत से मैं अत्यंत दुखी और व्यथित हूं, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। अस्पताल और चिकित्साकर्मियों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षण प्राप्त होता है।''

 

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